वीडियो : जीवनदायिनी गंगा में उफान देख उड़ी जिला प्रशासन की नींद, सदलबल निरीक्षण करने पहुंचे डीएम ..

बक्सर-कोइलवर तटबंध के इलाके के सभी थानेदारों को सख्त हिदायत दी गई है कि, गश्ती के दौरान उस इलाके की हालात पर नजर रखे, साथ ही राहत कैम्प के लिए स्थलों को चिन्हित कर लिया गया है. नाव पर चलंत मेडिकल वैन, इमरजेंसी के सभी दवा, स्टाफ के अलावे गोताखोर एवं निजी नाविको को भी पूरी तरह से अलर्ट रखा गया है. 






- डीएम के साथ एसडीएम भी रहे मौजूद
- बताया - बाढ़ से निपटने के लिए की गई है पूरी तैयारी

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : 48 घंटे से लगातार बढ़ रहे जीवनदायनी मां गंगा नदी की जलस्तर ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ ही साथ दियारा इलाके में रहने वाले लोगों की आंखों से नींद गायब कर दी थी, गंगा नदी का पानी दोनों किनारों को तोड़कर रिहायशी इलाके में प्रवेश करने के लिए बेताब दिख रही थी, धीरे धीरे गंगा नदी के जलस्तर घटने के बाद जिला प्रशासन के साथ ही साथ जिले वासियो ने भी राहत की सांस ली है. केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह में 8:00 बजे गंगा का जलस्तर जहां 58.74 मीटर पर था वहीं दिन में चार बजे 58.70 मीटर के स्तर पर पहुंच गया. जो कि लगातार 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घट रहा है.

रिहायशी इलाकों में प्रवेश करने के लिए बेताब दिख रही गंगा नदी के जलस्तर की स्थिति को देखते हुए जिला अधिकारी अंशुल अग्रवाल ने सदर एसडीएम धीरेंद्र मिश्रा, समेत कई अधिकारियों के साथ रामरेखा घाट पर पहुंचकर गंगा नदी की स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान पत्रकारों के सवालों का जवाब देते उन्होंने कहा कि जिस तरह से गंगा नदी का जलस्तर बढ़ रहा था, उसने सबकी चिंता बढ़ा रखी थी. लेकिन धीरे धीरे अब जलस्तर घट रहा है. इलाहाबाद और प्रयागराज में भी लगातार नदी का जलस्तर घट रहा है. जिससे 15 दिनों तक तो राहत मिल ही गई है आगे भी हर परिस्थिति से निपटने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं.

बक्सर-कोइलवर तटबंध की निगरानी में लगे थानेदार :

गंगा नदी की विकराल स्वरूप को देखते हुए, बक्सर-कोइलवर तटबंध के इलाके के सभी थानेदारों को सख्त हिदायत दी गई है कि, गश्ती के दौरान उस इलाके की हालात पर नजर रखे, साथ ही राहत कैम्प के लिए स्थलों को चिन्हित कर लिया गया है. नाव पर चलंत मेडिकल वैन, इमरजेंसी के सभी दवा, स्टाफ के अलावे गोताखोर एवं निजी नाविको को भी पूरी तरह से अलर्ट पर रखा गया है. जरूरत पड़ने पर एक साथ सभी इलाके में प्रशासनिक अधिकारी राहत एवं बचाव कार्य में जुट जाएंगे.

बता दें कि जिले में गंगा नदी लोगो को डरने लगी है। चौसा प्रखंड के बनारपुर, सिमरी प्रखंड के श्रीकांत राय के डेरा, समेत कई गांव के चारों तरफ पानी पहुंचने लगा था लेकिन लगातर कम हो रहे रहे गंगा के जलस्तर से लोगों ने राहत की सांस ली है.











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