डॉ राजेश मिश्रा ने क्षेत्र में एक नई परंपरा की शुरुआत की और जिले के अलग-अलग प्रखंडों के विभिन्न विद्यालयों में पहुंचकर वहां के शिक्षकों एवं अन्य कर्मियों को निःशुल्क स्वास्थ्य जांच के कूपन, स्कूली बच्चों के लिए प्रधानाचार्य को फर्स्ट एड किट प्रदान किया.
- विद्यालयों में पहुंचकर शिक्षकों को किया सम्मानित
- 50 से भी ज्यादा शिक्षकों को किया सम्मानित, कहा - आगे भी जारी रहेगी परंपरा
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : शिक्षक दिवस के मौके पर एक तरफ जहां अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन कर वहां शिक्षकों को बुलाकर उन्हें सम्मानित किया गया वहीं इसी दिवस पर क्षेत्र के प्रख्यात समाजसेवी डॉ राजेश मिश्रा ने क्षेत्र में एक नई परंपरा की शुरुआत की और जिले के अलग-अलग प्रखंडों के विभिन्न विद्यालयों में पहुंचकर वहां के शिक्षकों एवं अन्य कर्मियों को निःशुल्क स्वास्थ्य जांच के कूपन, स्कूली बच्चों के लिए प्रधानाचार्य को फर्स्ट एड किट प्रदान किया.
डॉ राजेश ने बताया कि शिक्षकों के बीच पहुंचकर उन्हें सम्मानित करके उन्होंने यह संदेश देने का प्रयास किया है कि शिक्षकों का मूल्यांकन किसी विशेष स्केल से नहीं किया जा सकता. एक शिक्षक बच्चों को किताबी ज्ञान से ऊपर उठाकर व्यवहारिक ज्ञान की ओर ले जाता है और होनहार बच्चे हंसते-हंसते भविष्य की बागडोर अपने हाथों में सम्हाल लेते हैं.
बक्सर भविष्य निर्माण के बैनर तले शिक्षकों से मिलने के इस कार्यक्रम में डॉ राजेश ने टीम के साथ डुमरांव प्रखंड के अटांव हाईस्कूल पहुंचकर माध्यमिक एवं उच्च विद्यालय के शिक्षकों एवं स्टॉफ को सम्मानित किया तत्पश्चात इटाढ़ी प्रखंड के जिगना मिडिल स्कूल, उनवास मिडिल स्कूल, इंदौर हाईस्कूल पहुंचकर वहां के प्रधानाचार्य को फर्स्ट एड किट एवं सभी शिक्षकों को स्वास्थ्य जांच कूपन एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया.
बकौल डॉ राजेश इस शिक्षक दिवस उन्होंने 50 से भी अधिक शिक्षकों को सम्मानित किया है और इस बार शुरू हुई ये परंपरा आगे भी जारी रहेगी.
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