पुत्र की चाहत में बेटियों के साथ दुष्कर्म करने वाले पिता समेत दो को आजीवन कारावास, माँ-मौसी व एक अन्य को भी मिली सज़ा ..

इस दौरान पिता और तांत्रिक दोनों ने बच्चियों से सामूहिक दुष्कर्म किया. बाद में यह सिलसिला हमेशा चलने लगा. बहुत दिनों तक प्रताड़ना का शिकार होने के बाद बच्चियां जब थोड़ी बड़ी हुईं, तो उन्हें इन चीजों का मतलब समझ आने लगा.







- वर्ष 2020 में दर्ज कराया गया था मामला
- पॉक्सो की विशेष न्यायालय के द्वारा सुनाया गया फैसला

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : पुत्र की चाहत में तांत्रिक के बहकावे में अपनी ही दो बेटियों से सामूहिक दुष्कर्म करने वाले पिता व अन्य दो और लोगों को न्यायालय से कड़ी सजा मिली है. इसके साथ ही साजिश में शामिल होने के आरोप में मां और मौसी को भी कठोर सजा सुनाई गई है. वर्ष 2022 में जब यह मामला लोगों के सामने आया, तो जिसने भी सुना स्तब्ध रह गया.

इस संदर्भ में जानकारी देते हुए पॉक्सो न्यायालय के विशेष लोक अभियोजक सुरेश कुमार सिंह ने बताया कि मामला राजपुर थाना के एक गांव का है. वहां दोनों बच्चियां 2012 से ही यौन शोषण का शिकार हो रही थीं. उनका शोषण करने वालों में पिता भी शामिल था और मां-मौसी की इसमें सहमति थी.

पांचों दोषियों को सुनाई गई कठोर सजा :
 
विशेष पॉक्सो न्यायालय ने नाबालिग बच्चियों से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में उनके पिता और तांत्रिक को उम्रकैद की सजा सुनाई है. साथ ही मां और मौसी को बीस-बीस वर्षों के कैद की सजा सुनाई है. इनके अलावा एक और व्यक्ति को सात साल कैद की सजा हुई है.

दरअसल, यह मामला वर्ष 2022 में पुलिस के सामने आया जिसके बाद उसी वर्ष 28 अप्रैल को महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. दोनों बच्चियों ने बताया था कि उनके साथ बीते कई साल से ऐसा हो रहा था. स्पीडी ट्रायल के तहत मामले की सुनवाई कर कोर्ट ने मंगलवार को फैसला सुना दिया है.

पुत्र की चाहत में हैवान बना पिता :

बच्चियों के माता-पिता को एक पुत्र की चाह थी, ऐसे के उनके पहचान के एक व्यक्ति जयलाल ने स्थानीय तांत्रिक अजय कुमार से मिलने की सलाह दी. तांत्रिक से मिलने पर उसने कहा कि बेटा होने में दोनों बेटियां ही बाधक हैं. इस बाधा को दूर करने के लिए पिता को बेटियों से ही शारीरिक संबंध बनाना होगा. पिता ने ऐसा ही किया और इसके बाद संयोग से दंपत्ति को पुत्र हो भी गया.

पुत्र पैदा हुआ तो बढ़ गया तांत्रिक का हौसला, बार-बार होता रहा अत्याचार : 

इसके बाद तांत्रिक का हौसला बढ़ गया और उसने बच्चे पर खतरा बताते हुए एक विशेष धार्मिक अनुष्ठान कराने को कहा. इसमें दोनों बच्चियों को बुलाया. इस दौरान पिता और तांत्रिक दोनों ने बच्चियों से सामूहिक दुष्कर्म किया. बाद में यह सिलसिला हमेशा चलने लगा. बहुत दिनों तक प्रताड़ना का शिकार होने के बाद बच्चियां जब थोड़ी बड़ी हुईं, तो उन्हें इन चीजों का मतलब समझ आने लगा.

28 अप्रैल 2020 को दर्ज हुआ मामला, आरोपी हुए गिरफ्तार : 

दोनों ही बच्चियां किसी तरह जिला मुख्यालय पहुंचीं और एक व्यक्ति के जरिए पुलिस से मिलीं. तत्कालीन पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार सिंह को इसकी जानकारी हुई, तो तत्काल 28 अप्रैल को महिला थाना में मामला दर्ज किया गया और तत्काल सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया.पिछले दिनों न्यायालय ने सभी आरोपियों को दोषी करार दिया था जिसके बाद सजा की बिंदु पर सुरक्षित रख लिया गया था.








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