बोर्ड की किस बैठक में होल्डिंग टैक्स की दर का निर्णय हुआ इसका कोई प्रमाण नगर परिषद डुमरांव के द्वारा नहीं दिया जा रहा है और अपनी मनमानी पर उतारू है.
- डुमरांव में सामाजिक मंच ने आयोजित किया कार्यक्रम
- मौके पर मौजूद रहे श्रमिक नेता व आमजन
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : सामाजिक मंच डुमरांव के द्वारा आयोजित डुमरांव नगर परिषद के मनमाने पूर्ण ढंग से की जा रही होल्डिंग टैक्स की वसूली के विरोध में जनता अदालत का आयोजन किया गया. इस बैठक में जनता ने 26 सूत्री मांगपत्र नगर परिषद डुमरांव को देने का निर्णय लिया गया और 21 दिनों तक के अंदर जवाब नहीं प्राप्त होने पर लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने की घोषणा की.
मौके पर कामरेड जगदीश प्रसाद ने बताया कि 1972 में बढ़े टैक्स पर नगर पालिका डुमरांव ने जनता के टैक्स वसूली की थी. 1972 केबाद आज तक नगर परिषद डुमरांव के द्वारा वार्षिक किराया मूल्य का निर्धारण नहीं किया गया.
सामाजिक मंच के सदस्य प्रदीप शरण ने बताया कि वर्ष 2000 में जिलाधिकारी बक्सर ने नए कर निर्धारण हेतु विशेष पदाधिकारी नगर पालिका डुमरांव एवं र्कायपालक दंडाधिकारी डुमरांव की कमिटी का गठन किया एवं अनुमंडलाधिकारी डुमरांव को निगरानी का आदेश दिया. महालेखाकार के द्वारा भी 2016 मे र्कायपालक पदाधिकारी नगर परिषद डुमरांव को वार्षिक किराया मूल्य निर्धारण करने का निर्देश दिया था. 2016 में जिलाधिकारी ने पुनः नियमानुसार कर निर्धारण कर बोर्ड की बैठक में पास करने का निर्देश दिया. 29 सितम्बर 2019 में नगर परिषद डुमरांव के साधारण बोर्ड की बैठक में र्सवसम्मत से होल्डिंग टैक्स वसूली को स्थगित किया था और स्वकर फार्म रद्द किया.
पुनः बोर्ड की किस बैठक में होल्डिंग टैक्स की दर का निर्णय हुआ इसका कोई प्रमाण नगर परिषद डुमरांव के द्वारा नहीं दिया जा रहा है और अपनी मनमानी पर उतारू है.
इसी क्रम में सुनील तिवारी ने जनता की 26 सूत्री मांग पत्र पर प्रकाश डाला. ललन यादव ने आक्रोश में जनप्रतिनिधियों की इस मुद्दे पर चुप्पी पर उनका घेराव करने की बात कही.
इस बैठक में आम जनता की तरफ से रामखेलावन, बिजली राम, वैद्यनाथ मिश्रा, दीनानाथ कुशवाहा, सुरेश यादव, मनु मिश्रा, बी एल प्रवीण , ददन सिंह ने संघर्ष के सुझाव दिए. मंच संचालन अमित कुमार ने किया और धन्यवाद ज्ञापन अवकाश प्राप्त शिक्षक ददन सिंह यादव ने किया.
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