वीडियो : गांव में डंप कचरे में लगा दी गई आग, धुएं से कई लोगों की तबीयत खराब, पहुंची दमकल की तीन गाड़ियां ..

कहना है कि एक तरफ जहां देश की राजधानी दिल्ली इतनी प्रदूषित हो गई है जहां प्रदूषण को कम करने के उपाय किए जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ नगर परिषद के द्वारा जानबूझकर प्रदूषण बढ़कर लोगों की जान जोखिम में डालने का प्रयास किया जा रहा है.
जानकारी देते ग्रामीण







- औद्योगिक थाना क्षेत्र के छोटकी कोठियां गांव का मामला
- अग्निशमन पदाधिकारी ने बताया - नगर परिषद ने की है बड़ी लापरवाही

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : नगर परिषद के द्वारा भले ही अब तक यह कहा जाता रहा है कि उसे कचरा डंपिंग जोन नहीं मिला है लेकिन नगर परिषद ने कई स्थानों को डंपिंग जोन बनाकर रख दिया है. हालांकि लोगों को इससे कोई विशेष परेशानी नहीं है लेकिन परेशानी तब हो जाती है जब इस कचरे में आग लगा दी जाती है. ऐसा ही हुआ औद्योगिक थाना क्षेत्र के छोटकी कोठिया गांव में जहां बीती रात डंप किए गए कचरे में किसी के द्वारा आग लगा दी गई. आग लगा दिए जाने से पूरा गांव धुएं से भर उठा कई लोग बीमार भी हो गए जिन्हें नगर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. आग से उठ रही लपटों को देखकर ग्रामीण सहम गए. तुरंत ही पुलिस को सूचना दी गई जिसके बाद मौके पर पहुंची डायल 112 की टीम के सदस्य ने यह कहा कि इस बात से जिला पदाधिकारी को अवगत कराना चाहिए. लोगों ने जिला पदाधिकारी को अवगत कराया. इसके बाद उनके निर्देश पर नगर परिषद के चीफ सेनेटरी ऑफिसर आशुतोष कुमार के द्वारा अग्निशमन विभाग की टीम को सूचना दी गई और फिर अग्निशमन की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरु किया. आग तो बुझ गई लेकिन धुआं अब तक उठ रहा है.
सुबह में भी निकल रहा धुआं


स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई एक दिन की बात नहीं है. ऐसा लगभग हर दिन कर दिया जाता है. कचरा डंप होता है और कचरे में आग लगा दी जाती है, जिससे कि लोगों को श्वसन संबंधी कई बीमारियां भी हो गई है. लोगों का यह कहना है कि एक तरफ जहां देश की राजधानी दिल्ली इतनी प्रदूषित हो गई है जहां प्रदूषण को कम करने के उपाय किए जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ नगर परिषद के द्वारा जानबूझकर प्रदूषण बढ़कर लोगों की जान जोखिम में डालने का प्रयास किया जा रहा है.

अग्निशमन पदाधिकारी सत्यदेव सिंह ने बताया कि जैसे ही उन्हें सूचना मिली कि आग लगी है तुरंत ही अग्निशमन की बड़ी वाहन को वहां भेजा गया. जरूरत पड़ने पर फिर एक छोटी गाड़ी भी भेजी गई और पुनः सुबह में एक अन्य छोटी गाड़ी को भेजा गया है, जो कि आग पर काबू पा चुकी है. हालांकि, धुआं अब भी निकल रहा है. उन्होंने कहा कि नगर परिषद से सूची मांगी गई थी कि वह कचरा कहां-कहां डंप कर रहा है, परन्तु नगर परिषद ने अब तक कोई सूची उपलब्ध नहीं कराई है. निश्चय ही नगर परिषद की यह एक बड़ी लापरवाही है.

कहते हैं चिकित्सक :
इस तरह से डंप कचरे में आग लगाए जाने से वायु प्रदूषण होगा. जिससे सांस संबंधी कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. निमोनिया, दमा, एलर्जी के साथ-साथ फेंफड़ों के संक्रमण जैसे रोग हो सकते हैं.निश्चय ही इस तरह से कचरे में आग लगा देना सरकार के पर्यावरण संरक्षण के अभियान के लिए ख़तरा है. हाल ही में हो ने चीन में अज्ञात निमोनिया की पुष्टि की है. यह सब प्रदूषित वातावरण के कारण ही होता है.
डॉ दिलशाद आलम
एमडी, फिजिशियन

वीडियो : 








Post a Comment

0 Comments