कहा कि वह सीमाओं की सुरक्षा करते हैं और उम्मीद करते हैं कि देशवासी उन्हें सम्मान देंगे, लेकिन जिस तरह से ट्रैफिक पुलिस ने उनके साथ दुर्व्यवहार और गाली-गलौज किया, वह बेहद शर्मनाक है.
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चालान दिखाते आइटीबीपी के जवान, चालान काटते यातायात निरीक्षक |

- पीड़ित जवान ने उच्चाधिकारियों से न्याय की लगाई गुहार, कहा - अपमान और दुर्व्यवहार अस्वीकार्य
- हेलमेट न पहनने और ड्राइविंग लाइसेंस नहीं दिखाने पर छह हजार तथा आदेश नहीं मानने पर दो हजार रुपये वसूले
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : शहर में ट्रैफिक पुलिस की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में है. शनिवार को वाहन जांच के दौरान आईटीबीपी जवान राकेश पांडेय से हेलमेट न पहनने और ड्राइविंग लाइसेंस नहीं दिखा पाने के आरोप में छह हजार रुपये का जुर्माना तो वसूला ही गया, लेकिन अधिकारी का आदेश नहीं मानने पर दो हजार रुपये अतिरिक्त जुर्माना भी ठोक दिया गया. पीड़ित जवान ने आरोप लगाया कि न सिर्फ उनसे मनमाने ढंग से वसूली की गई बल्कि उनके साथ अभद्र व्यवहार और गाली-गलौज भी की गई. उन्होंने उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है.
दरअसल नगर में ट्रैफिक पुलिस की मनमानी लगातार बढ़ती जा रही है, जिसका खामियाजा आम नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है. फाइन लगाने और लक्ष्य पूरा करने की होड़ में पुलिसकर्मियों द्वारा न केवल अत्यधिक वसूली की जा रही है, बल्कि आम लोगों के साथ खुलेआम अभद्रता भी की जा रही है. शुक्रवार को जहां एक बाइक मैकेनिक और एक अन्य युवक ने ट्रैफिक इंस्पेक्टर संजय कुमार पर गाली-गलौज, मारपीट और अवैध वसूली का आरोप लगाया था, वहीं शनिवार को एक बार फिर इसी तरह की घटना सामने आई है. इस बार देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले आईटीबीपी जवान के साथ ट्रैफिक पुलिस ने अभद्र व्यवहार किया और मनमाने ढंग से भारी जुर्माना वसूला.
आइटीबीपी जवान के साथ मनमानी वसूली
जानकारी के अनुसार, सिमरी थाना क्षेत्र के बकुलहा पट्टी निवासी राकेश पांडेय वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के कुल्लू-मनाली में आईटीबीपी में पदस्थापित हैं. वह अपने भांजे की शादी में शामिल होने के लिए बक्सर आए हुए थे. शनिवार को वह खरीदारी के लिए बक्सर बाजार पहुंचे थे, तभी वाहन जांच के दौरान ट्रैफिक इंस्पेक्टर संजय कुमार ने उन्हें रोक लिया. राकेश पांडेय ने बताया कि उन्होंने वाहन के सभी कागजात दिखाए, फिर भी ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने कागज नहीं होने का आरोप लगाकर दुर्व्यवहार किया.
हेलमेट और लाइसेंस न दिखाने पर छह हजार, आदेश न मानने पर दो हजार जुर्माना
पीड़ित जवान के अनुसार, हेलमेट नहीं पहनने पर 1000 रुपये, ड्राइविंग लाइसेंस नहीं दिखा पाने के आरोप में 5000 रुपये तथा अधिकारी का आदेश नहीं मानने पर 2000 रुपये का जुर्माना वसूला गया. कुल मिलाकर उनसे 8000 रुपयों की वसूली कर ली गई. राकेश पांडेय ने कहा कि वह सीमाओं की सुरक्षा करते हैं और उम्मीद करते हैं कि देशवासी उन्हें सम्मान देंगे, लेकिन जिस तरह से ट्रैफिक पुलिस ने उनके साथ दुर्व्यवहार और गाली-गलौज किया, वह बेहद शर्मनाक है.
गलतियों पर जुर्माना उचित लेकिन दुर्व्यवहार नहीं
उन्होंने बताया कि बार-बार अनुरोध करने के बावजूद ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया और जबरन अधिक पैसे वसूल लिए. राकेश ने कहा कि वह गलतियों के लिए नियमानुसार जुर्माना देने को भी तैयार थे, लेकिन किसी को भी अभद्रता करने का अधिकार नहीं है.
पुलिस के प्रति गहरा सकता है अविश्वास
पीड़ित जवान ने इस मामले को लेकर बक्सर के उच्चाधिकारियों से शिकायत करने और उचित कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर समय रहते इस तरह की घटनाओं पर अंकुश नहीं लगाया गया तो आम जनता के मन में पुलिस प्रशासन के प्रति आक्रोश और अविश्वास गहराता जाएगा.
जनता ने भी उठाई सम्मानजनक व्यवहार की मांग
स्थानीय नागरिकों का भी कहना है कि हाल के दिनों में ट्रैफिक पुलिस के व्यवहार में काफी गिरावट आई है. छोटे-छोटे मामलों में भारी जुर्माना वसूला जा रहा है और कई बार आम नागरिकों को अपमान का सामना करना पड़ता है. नागरिकों ने मांग की है कि ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के साथ-साथ पुलिसकर्मियों के व्यवहार में भी सुधार लाया जाए ताकि आम जनता को सम्मानपूर्वक सुविधा मिल सके.
एसपी ने दिए जांच के आदेश
मामले में एसपी शुभम आर्य ने कहा कि लोक सेवक से इस तरह के व्यवहार की उम्मीद नहीं की जा सकती है. युवक द्वारा दुर्व्यवहार के विरुद्ध आवेदन दिया गया था. मामले की जांच के लिए एसडीपीओ को निर्देशित किया गया है. आईटीबीपी जवान के साथ हुए दुर्व्यवहार के बारे में अभी तक जानकारी नहीं मिलती है. मामला संज्ञान में आते ही उसकी भी जांच कराई जाएगी.
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