प्रशासन ने किया थर्मल पावर प्लांट के श्रमिकों को सुरक्षा देने का वादा, जल्द कार्य शुरु कराने का निर्देश ..

कहना है कि थर्मल पावर प्लांट के निर्माण में कार्य कर रहे श्रमिकों की कॉलोनी की सुरक्षा बढ़ाई जाएगी साथ ही साथ सुरक्षित उन्हें थर्मल पावर प्लांट तक पहुंचाने और फिर वहां से वापस लाने का प्रबंध किया जाएगा.






- श्रमिकों की पलायन की खबर पर सक्रिय हुआ प्रशासन
- श्रमिकों की कॉलोनी की बढ़ाई जाएगी सुरक्षा, आने-जाने के दौरान भी होगी निगरानी

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : चौसा के निर्माणाधीन थर्मल पावर प्लांट के श्रमिकों के पलायन की खबर सामने आने के बाद जिला प्रशासन अब एक्टिव मोड में आ गया है. प्रशासन का कहना है कि थर्मल पावर प्लांट के निर्माण में कार्य कर रहे श्रमिकों की कॉलोनी की सुरक्षा बढ़ाई जाएगी साथ ही साथ सुरक्षित उन्हें थर्मल पावर प्लांट तक पहुंचाने और फिर वहां से वापस लाने का प्रबंध किया जाएगा. ऐसे में कार्यकारी कंपनी के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जल्द से जल्द कार्य शुरु कराया जाए.

गुरुवार को वरीय उप समाहर्ता प्रमोद कुमार के नेतृत्व में सदर अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्र, चौसा अंचलाधिकारी तथा मुफस्सिल थानाध्यक्ष राहुल कुमार ने चौसा थर्मल पावर प्लांट पहुंचकर अधिकारियों से बातचीत की, साथ ही मुख्य कार्यकारी कंपनी लार्सन एंड टुब्रो के अधिकारियों से मुलाकात की साथ ही श्रमिकों की बस्तियों में पहुंचकर जायजा लिया. उन्होंने लार्सन एंड टुब्रो के अधिकारियों को कहा कि जल्द से जल्द श्रमिकों को बुलाया जाए ताकि निर्माण कार्य शुरू हो सके.

इस संदर्भ में जानकारी देते हुए अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्र ने कहा कि जानकारी मिली थी कि चौसा थर्मल पावर प्लांट के श्रमिकों को कुछ अराजक तत्वों के द्वारा भगाया जा रहा है. जानकारी मिलते ही तुरंत ही मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की गई तथा अधिकारियों से बातचीत की गई. अधिकारियों को यह भी कहा गया कि यदि इस तरह की बात थी तो उन्हें सीधे प्रशासन को सूचित करना चाहिए था. 

अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि इस बात की भी जांच की जाएगी कि किन परिस्थितियों में इतनी बड़ी संख्या में श्रमिक पलायन कर गए हैं और स्थानीय श्रमिक कार्य करने क्यों नहीं पहुंच रहे? एसडीएम ने बताया कि कंपनी के अधिकारियों से विभिन्न बिंदुओं पर बातचीत हुई है इसके बाद उन्हें यह आश्वस्त कराया गया है कि कार्य में व्यवधान नहीं होने दिया जाएगा.

यहां बता दे कि चौसा के निर्माणाधीन थर्मल पावर प्लांट में कार्यरत श्रमिकों को कुछ अराजक तत्वों के द्वारा रविवार से ही भगाया जा रहा था, जिसके कारण दूसरे जिलों से आए 99 फीसद से ज्यादा श्रमिक पलायन कर चुके हैं और परियोजना प्रभावित क्षेत्र से कार्यरत लगभग शत प्रतिशत श्रमिक काम करने नहीं आ रहे.








Post a Comment

0 Comments