रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के दिन उत्सव की तैयारी में अधिवक्ता, संघ ने की नो-वर्क की घोषणा ..

तकरीबन 500 साल से ज्यादा के संघर्ष के बाद आज यह शुभ अवसर देखने का मौका हमें मिल रहा है. ऐसे में इस दिन दीपोत्सव मनाने की तैयारी पूरे देश में की जा रही है. 








- न्यायिक कार्यों से विरत रहेंगे जिले के अधिवक्ता 
- शाम को हो रही दीपोत्सव मनाने की तैयारी

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : सोमवार 22 मार्च को अयोध्या में भगवान श्री राम के नवनिर्मित मंदिर में उनकी प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा होने जा रही है जिसे लेकर पूरे देश भर में उत्सव जैसा माहौल है. कई राज्यों में इस दिन सार्वजनिक अवकाश देने की बात हो रही है. इस दिन दीपोत्सव मनाने की तैयारी भी जोर-जोर से की जा रही है. इसी क्रम में जिला अधिवक्ता संघ बक्सर के द्वारा न्यायिक पदाधिकारी के बीच अयोध्या का पूजित अक्षत वितरित किया गया. साथ ही साथ सोमवार को न्यायालय में नो वर्क की घोषणा की गई है.

जिला अधिवक्ता संघ के महासचिव बिंदेश्वरी प्रसाद पांडेय ने बताया कि अयोध्या में भगवान श्री राम की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा एक ऐतिहासिक गौरव का क्षण है. तकरीबन 500 साल से ज्यादा के संघर्ष के बाद आज यह शुभ अवसर देखने का मौका हमें मिल रहा है. ऐसे में इस दिन दीपोत्सव मनाने की तैयारी पूरे देश में की जा रही है. 


सभी सनातनियों की भावना को ध्यान में रखते हुए अधिवक्ता संघ में न्यायिक कार्यों से विरत रहने का फैसला लिया है. सभी अधिवक्ता इस दिन न्यायिक कार्यों  में नहीं शामिल होंगे. साथ ही साथ रात को दीपोत्सव भी मनाएंगे. जिला अधिवक्ता संघ के इस फैसले का विश्व हिंदू परिषद ने स्वागत किया है. विहिप के अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है और इस दिन न्यायालय के विद्वान अधिवक्ताओं ने इस दिन न्यायिक कार्यों से अलग रहने का फैसला लेकर अरबों हिंदुस्तानियों की भावनाओं का ख्याल रखा है.












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