आउटलेट खोलकर सामानों की बिक्री शुरू होगी. लेकिन धीरे-धीरे बाजार में इसकी पहुंच बढ़ाने के लिए राज्य सरकार के स्तर से प्रयास किया जाएगा. जिससे कि न सिर्फ उत्पादों को बेहतर प्लेटफार्म मिले बल्कि कैदियों की आय और उनके कार्य कुशलता भी बढ़े.
- जल्द ही खुलेगा जेल में निर्मित उत्पादों के विक्रय के लिए शानदार आउटलेट
- कम कीमत पर बेहतरीन गुणवत्ता वाले उत्पाद होंगे उपलब्ध
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : अपने स्याह अतीत के कारण जेल की सलाखों के पीछे अपना जीवन काटने को मजबूर बंदी अब आम लोगों की जीवन में खुशबू बिखेरेंगे. जेल के कैदी अब लोगों के लिए कपड़े, साबुन, तेल, अगरबत्ती, सत्तू-बेसन, मसाले, फिनाइल, क्लीनर और फर्नीचर और गृह सज्जा में उपयोग में लाए जाने वाले उत्पाद तैयार करेंगे. यह उत्पाद न सिर्फ गुणवत्तापूर्ण होंगे बल्कि बाजार से भी काफी कम कीमत पर लोगों को उपलब्ध होंगे. इसके लिए जल्द ही केंद्रीय कारा के समीप एक भव्य आउटलेट का निर्माण भी कराया जाएगा. इस ब्रांड का नाम "मुक्ति" रखा गया है जो कि कैदियों को मुख्य धारा में जोड़ने का कारा एवं सुधार विभाग का एक बेहतरीन प्रयास साबित होने की उम्मीद पैदा करता है.
बक्सर में वर्तमान में कैदी चादर, तौलिया, ऊनी शॉल, साबुन, फिनायल लकड़ी के फर्नीचर, रसोई में उपयोग आने वाले चकला-बेलन, अगरबत्ती, मशरूम जैसे उत्पाद तैयार करेंगे. धीरे-धीरे उत्पादों की संख्या भी बढ़ती जाएगी. हालांकि जो आउटलेट यहां बनाया जाएगा उसमें बिहार के विभिन्न जेलों से बनाए गए उत्पाद जैसे कि तेल मसाले तथा अन्य आवश्यक वस्तुएं भी उपलब्ध होंगी.
कैदियों को मुख्य धारा में जोड़ने और आत्मनिर्भर बनाने की पहल :
दरअसल केंद्रीय कारा में पूर्व से ही कैदियों को कई तरह के प्रशिक्षण दिए जाते हैं अब यह नया ब्रांड "मुक्ति" कैदियों को मुख्य धारा में जोड़ने और उन्हें स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने में सहायक होगा. कैदी जब जेल से अपनी सजा कर बाहर निकलेंगे तो वह यहां प्राप्त प्रशिक्षण के आधार पर अपने जीवन की नई पारी शुरू कर सकेंगे.
बांस के बने कप |
सरकार करेगी बाजार तलाशने में मदद :
मुक्ति ब्रांड की ब्रांडिंग और उसके लिए बाजार तलाशने का काम राज्य की सरकार करेगी. फिलहाल तो केंद्रीय कारा के बाहरी परिसर में एक आउटलेट खोलकर सामानों की बिक्री शुरू होगी. लेकिन धीरे-धीरे बाजार में इसकी पहुंच बढ़ाने के लिए राज्य सरकार के स्तर से प्रयास किया जाएगा. जिससे कि न सिर्फ उत्पादों को बेहतर प्लेटफार्म मिले बल्कि कैदियों की आय और उनके कार्य कुशलता भी बढ़े.
कहते हैं अधिकारी :
मुक्ति ब्रांड वाकई बंदियों की मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करेगा. बंदी अपने पुराने आपराधिक जीवन के काले अतीत से निकल कर नए सवेरे की तरफ बढ़ सकेंगे. सजा पूरी करने के बाद जब वह जेल से बाहर निकलेंगे तो अपराध के दलदल से निकलकर स्वरोजगार से अपने जीवन को बेहतर बनाएंगे.
राजीव कुमार
अधीक्षक
केंद्रीय कारा, बक्सर
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