लेवाड़ हत्याकांड का उद्भेदन : नई-नई शादी के बाद पड़ी पैसों की जरूरत तो पोते ने कर दी दादा की हत्या ..

अनिकेत की नई नई शादी हुई थी तथा उसे पैसे की जरूरत थी. इसी दौरान उसे पता चला कि उसके दादा के पास मोटी रकम व आभूषण है. जबकि उसके पिता तथा चाचा सूरत के एक होजरी कंपनी में काम करते है. गांव पर वह अपने दादा के साथ रहता था. संपति के लोभ में ही उसने अपने दादा की हत्या कर अज्ञात पर एफआइआर दर्ज कराया था. 






- एसडीपीओ आफाक अख्तर अंसारी ने प्रेस वार्ता में दी जानकारी
- एफएसल की जांच में हुआ मामले का खुलासा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के लेवाड़ गांव में 15 अगस्त 2023 की रात हुए 84 वर्षीय चंद्रमा यादव की निर्मम हत्या उसी के पोते ने की थी. उसकी नई-नई शादी हुई थी तथा उसे पैसों की आवश्यकता थी. ऐसे में दादा के पास रखे हुए रुपये तथा गहनों को चुराने के लिए उसने उनकी हत्या कर दी. एसएफल टीम से मिले इनपुट तथा पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा होने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. खास यह कि आरोपी ही इस कांड का सूचक था. 

इस बाबत मंगलवार को डुमरांव एसडीपीओ आफाक अख्तर अंसारी ने प्रेस वार्ता आयोजित कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 15 अगस्त की रात चंद्रमा यादव अपने दलान में सो रहे थे. इसी दौरान उनके पौत्र अनिकेत ने चारपाई की टूटी पाटी से अपने दादा के सिर पर ताबड़तोड़ कई वार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. 

एसडीपीओ ने बताया कि मृतक के पास कुछ आभूषण तथा जमीन बिक्री के नकद रुपये थे, जिसे वह अपने दो पुत्रों तथा एक बेटी के बीच बराबर बांटना चाहते थे. इधर अनिकेत की नई नई शादी हुई थी तथा उसे पैसे की जरूरत थी. इसी दौरान उसे पता चला कि उसके दादा के पास मोटी रकम व आभूषण है. जबकि उसके पिता तथा चाचा सूरत के एक होजरी कंपनी में काम करते है. गांव पर वह अपने दादा के साथ रहता था. संपति के लोभ में ही उसने अपने दादा की हत्या कर अज्ञात पर एफआईआर दर्ज कराया था. लेकिन पुलिस की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो गया.

एक गमछे ने खोल दिया हत्याकांड का राज़ :

चंद्रमा यादव के हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने पटना से फारेंसिक जांच टीम आई थी. उस टीम के हाथ घटना स्थल से एक पीले रंग का गमछा तथा कुछ अन्य साक्ष्य लगे थे, जिस पर खून के छीटें देख टीम उसे जांच के लिए अपने साथ ले गई थी. तब हत्याकांड के वादी और मृतक के पोता अनिकेत के गमछा और गंजी पर लगे खून के छीटें का मिलान मृतक के खून से किया गया तो जांच टीम की शक की सुई मृतक के पोते के उपर घूमने लगी. इधर गोपनीय सूत्रों ने भी पुलिस को बताया था कि अनिकेत ने ही अपने दादा की हत्या की है. जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो वह टूट गया अपना जुर्म कबूलते हुए बताया कि उसने संपति के लालच में खाट के पाटी से मार अपने दादा की हत्या की है. जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

कहते हैं अधिकारी :
चंद्रमा यादव हत्याकांड का उद्भेदन कर लिया गया है. इस कांड का सूचक तथा मृतक का पोता अनिकेत यादव ही उनका हत्यारा है, जिसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. मामले के उद्भेदन में कृष्णाब्रह्म थानाध्यक्ष नितीश कुमार तथा एएसआई अशोक कुमार ने सराहनीय भूमिका निभाई है.
आफाक अख्तर अंसारी, 
एसडीपीओ, डुमरांव










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