इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के कौशल विकास विस्तारण केंद्र का आईटीआई फील्ड के समीप बने नए भवन में वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया. यहां न्यूनतम शुल्क देकर सूचना तकनीक से जुड़े कई कोर्स किये जा सकते हैं.
- कौशल और क्षमताओं को विकसित करेगा नाइलिट का यह केंद्र
- सांसद सह मंत्री अश्विनी चौबे ने वर्चुअल माध्यम से किया शुभारंभ
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बक्सर के युवाओं को भी अब फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी कंपनियों में नौकरियां मिलेगी. इसके अतिरिक्त वह सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्योरिटी, ड्रोन टेक्नोलॉजी, ब्लॉक शील्ड टेक्नोलॉजी क्वांटम कंप्यूटिंग, तथा अन्य तकनीकी ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे और स्वरोजगार को भी अपना सकेंगे. मंगलवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के कौशल विकास विस्तारण केंद्र का आईटीआई फील्ड के समीप बने नए भवन में वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया. यहां न्यूनतम शुल्क देकर सूचना तकनीक से जुड़े कई कोर्स किये जा सकते हैं, जिनमें कक्षा आठवीं से लेकर स्नातक तक के छात्र नामांकन करा सकते हैं.
उद्घाटन के बाद केंद्रीय मंत्री सह सांसद ने कहा कि आज का समय त्वरित गति से बदल रहा है. दुनिया तेजी से बदल रही है. ऐसे में हमारे युवाओं की चुनौतियां भी बदल रही है. उन्हें नई चुनौतियों का सामना करना होगा. इन नई चुनौतियों का सामना करने के लिए उन्हें नये कौशल और क्षमताओं की आवश्यकता होगी. केंद्रीय मंत्री श्री चौबे ने कहा कि संसदीय क्षेत्र के युवक इस के अनुरूप तैयार रहें, इसी को देखते हुए इस कौशल एवं क्षमता विकास केंद्र की स्थापना की गई है. यह केंद्र हमारे युवाओं के नई कौशल और क्षमताओं को विकसित करेगा. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत की शिक्षा प्रणाली में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहें हैं. आज उच्च शिक्षा के क्षेत्र में ‘डिजिटल भारत’ पहल के अंतर्गत युवाओं के कौशल विकास एवं क्षमता निर्माण को अत्यधिक महत्व देने के प्रयोजन से एक अभियान की शुरुआत हुई जो तीन मूल स्तम्भों पर आधारित है जिसमें- प्रत्येक नागरिक के लिए उपयोगिता के रूप में डिजिटल अवसंरचना, माँग पर शासन व सेवाएं तथा नागरिकों का डिजिटल सशक्तिकरण का सृजन करना है.
इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण के अन्तर्गत राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट) विशेष रूप में शिक्षण एवं प्रशिक्षण के अनौपचारिक क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी तथा इलेक्ट्रॉनिकी में प्रशिक्षण कार्यक्रमों को प्रत्यायित कर रहा है. यह सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिकी, संचार प्रौद्योगिकियों, हार्डवेयर, साइबर कानून, साइबर सुरक्षा, बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर), भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस), क्लाउड कम्प्यूटिंग, ई-शासन तथा संबद्ध विषयों पर अर्हता प्राप्त मानव संसाधन के विकास में सक्रियता से शामिल है. यह संस्थान भारत में कौशल विकास तथा क्षमता निर्माण के परिदृश्य से एक अद्वितीय पहचान एवं विशिष्टता प्रदान करता है. कई सरकारी विभागों ने नाइलिट को तृतीय-पक्ष एजेंसी के रूप में तकनीकी जनशक्ति की भर्ती का दायित्व भी सौंपा है.
नाइलिट ने सूचना इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार प्रौद्योगिकी (आईईसीटी) के क्षेत्रों में मानक स्थापित करने की दिशा में प्रयास किए हैं और सूचना प्रौद्योगिकी तथा इलेक्ट्रॉनिकी उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार उभरते क्षेत्रों में उद्योग एवं बाजार उन्मुखी पाठयक्रमों का विकास किया है.
पूरे भारत में 49 केन्द्रों तथा 850 से ज्यादा प्रत्यायित प्रशिक्षण भागीदारों और लगभग 8800 सुविधा केन्द्रों (डिजिटल साक्षरता कार्यक्रमों के लिए) के नेटवर्क सहित, नाइलिट शिक्षा प्रणाली में एक नई क्रांति का अध्याय लिख रहा है. नाइलिट ने अपने 10 वर्षों के सफर में, अभी तक 86 लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया है. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि इसी क्रम में, आज शिक्षा के इस प्रागंण का उद्घाटन करते हुए मुझे अपार खुशी के साथ-साथ यह संतोष भी है कि बक्सर के युवाओं को अपने कौशल विकास एवं क्षमता निर्माण का वो सुनहरा अवसर मिलेगा, जिसकी तलाश में वह पटना या अन्य महानगरों की तरफ रुख करते थे. इससे बिहार से पलायन रुकेगा। साथ ही, यहीं रोजगार के नए अवसर सृजित होंगें
इस केंद्र में विभिन्न प्रकार के पाठ्यक्रम और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित कौशल और क्षमताओं को विकसित करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा.
मौके पर राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के महानिदेशक डॉक्टर मदन मोहन त्रिपाठी उपस्थित थे
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