करोड़ों की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा रोकने के लिए प्रशासन की पहल, आश्वासन पर धरना स्थगित ..

स्पष्ट रूप यह लिखा हुआ है कि 42 कट्ठे की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किए जाने की कोशिश का मामला संज्ञान में आते ही जांच की जा रही है और फिलहाल घेराबंदी का काम रोका गया है. जांच के उपरांत ही आगे के कार्रवाई की जाएगी.










- डुमरांव में कैसरे हिंद की 42 कट्ठे की जमीन पर किया जा रहा था कब्जा
- दी गई चेतावनी - फिर शुरु हुआ कार्य तो होगा आंदोलन

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिले के डुमरांव में कैसरे हिंद की 42 कट्ठे की भूमि को अवैध रूप से कब्जा किए जाने के विरोध में सार्वजनिक संपत्ति बचाओ मंच के बैनर तले गुरुवार को नौवें दिन भी अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा. डुमरांव अंचलाधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने लिखित रूप से आश्वासन दिया जिसके बाद फिलहाल धरना स्थगित कर दिया गया है.

गुरुवार को अंचलाधिकारी शमन प्रकाश धरना स्थल पर 14 मार्च को जारी पत्र के साथ पहुंचे, जिसमें स्पष्ट रूप यह लिखा हुआ है कि 42 कट्ठे की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किए जाने की कोशिश का मामला संज्ञान में आते ही जांच की जा रही है और फिलहाल घेराबंदी का काम रोका गया है. जांच के उपरांत ही आगे के कार्रवाई की जाएगी.

यहां बता दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग-120 पर डुमरांव मुख्य मार्ग पर कैसरे हिन्द की 42 कट्ठे की भूमि पर अवैध ढंग से किये जा रहे निर्माण कार्य के विरुद्ध अनिश्चितकालीन धरना दिया गया था. अधिकारी के आश्वासन के बाद सार्वजनिक संपत्ति बचाओ मंच के द्वारा यह निर्णय लिया गया कि यदि किसी भी प्रकार से इस जमीन पर फिर से कार्य शुरु होता है तो धरना इस भूमि पर शुरू कर दिया जाएगा.

गुरुवार को धरने की अध्यक्षता रवि कुमार तथा मंच का संचालन प्रिंस कुमार कर रहे थे. सभा में नागेंद्र मोहन,  राधाकृष्ण, रिंकू यादव,भरत मुखिया, नंद जी चौधर,  प्रदीप पासवान, सत्येंद्र यादव, तारकेश्वर पहलवान, सुरेंद्र पहलवान, बिहारी सिंह, नसीम अख्तर आदि उपस्थित रहे. अंत में आंदोलन को गतिशील बनाए रखने वाले प्रदीप शरण के समापन भाषण के साथ ही धरना स्थगित किए जाने की घोषणा की गई.










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