चुनावी मौसम में 22 साल बाद सर्कस देखेंगे बक्सरवासी ..

सर्कस का नाम सुनते ही बचपन के यादों में कुछ पल के लिए खो जाते हैं और एक अलग ही मनोरंजन को महसूस करते हैं. देश में कुछ वर्षों पूर्व तक 300 सर्कस थे, परंतु वर्तमान में जानवरों के प्रदर्शन पर प्रतिबंध के कारण देश में केवल सात ही सर्कस बचे हैं. 












- बक्सर वासियों को मनोरंजन का नया तड़का देगी ग्रेट जेमिनी सर्कस
- मोटरसाइकिल ग्लोब , फ्लाइंग ट्रैफिक, रिंग डांस, फायर डांस, साइकिल रेस मौजूद

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : लोकसभा चुनाव के दौरान जहां राजनीतिक तापमान बढ़ा हुआ है वही लोगों के स्वस्थ मनोरंजन के लिए बक्सर में तकरीबन 22 वर्षों के बाद सर्कस लगाया गया है. रविवार को देश के प्रसिद्ध ग्रेट जेमिनी सर्कस का शुभारंभ आइटीआई रोड स्थित मेला मैदान में  वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया गया. जिसमें सर्कस के ओनर कुल्लू बाबू और मां अहिल्या एम्यूजमेंट के निदेशक नरेश लश्करी के साथ शहर के गणमान्य एवं बुद्धिजीवी गण मौजूद रहे.

बक्सर में 22 साल बाद लोगों को सर्कस के माध्यम से मनोरंजन का नया तड़का देखने  को मिलेगा. सर्कस में अफ्रीकन एवम रूसी कलाकारों के हैरतअंगेज कारनामे, मोटरसाइकिल ग्लोब , फ्लाइंग ट्रैफिक, रिंग डांस, फायर डांस, साइकिल रेस तथा जोकर के द्वारा हास्याकला का प्रदर्शन किया जाएगा जो अब तक का अनोखा है. रूसी और अफ़्रीकन कलाकारों के जिमनास्टिक का प्रदर्शन बक्सरवासियों को दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर करेगा.

ज्ञात हो कि सर्कस का नाम सुनते ही बचपन के यादों में कुछ पल के लिए खो जाते हैं और एक अलग ही मनोरंजन को महसूस करते हैं. देश में कुछ वर्षों पूर्व तक 300 सर्कस थे, परंतु वर्तमान में जानवरों के प्रदर्शन पर प्रतिबंध के कारण देश में केवल सात ही सर्कस बचे हैं. इतने प्रतिबंध के बाद सर्कस का निरंतर संचालित करना अत्याधिक कठिन होता जा रहा है जिस कारण भारत में चंद सर्कस काम कर रहे हैं. ऐसे में ग्रेट जैमिनी सर्कस कलाकारों की प्रतिभा और हमारी कला संस्कृति को जीवंत रखी हुई है. 

आयोजक ने बताया कि मोबाइल और टीवी के माध्यम से मनोरंजन प्राप्त करने वाले परिवार से अपील है की बच्चों को अपनी  पुरानी संस्कृति से अवगत कराए. बढ़ती प्रतिबंधता के कारण हो सके 22 साल बाद सर्कस का  यह आयोजन आखिरी हो. सर्कस में प्रतिदिन तीन शो होंगे पहला अपराह्न 1:00 बजे दूसरा 4:00 बजे और संध्या 7:00 बजे संचालित होगी. 

सर्कस के माध्यम से मनोरंजन का लुफ्त हर वर्ग उठा सके इसलिए सभी आय वर्गों का ध्यान रखा गया है. टिकट दर तीन श्रेणी में है जो क्रमशः 250, 150 और 80 रुपये है. शुभारंभ के मौके पर  कुल्लू बाबू, नरेश लश्करी, सहित दर्जनों कलाकार मौजूद थे.










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