शराबबंदी होने के बावजूद सीमावर्ती राज्यों में शराब की बिक्री जारी है. जिसके कारण एक तरफ जहां शराब बंदी का अनुपालन करना मुश्किल हो गया है वहीं दूसरी तरफ युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में आ रही है. शराबबंदी होने के कारण आज बिहार उड़ता पंजाब की तर्ज पर उड़ता बिहार बन गया है.
- बसपा के लोकसभा प्रत्याशी अनिल कुमार ने प्रशासन के साथ ही सरकार को घेरा
- मनकी गांव में हुई मौतों को बताया जहरीली शराब से हुई मौतें
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश प्रभारी तथा बक्सर के लोकसभा प्रत्याशी अनिल कुमार चौधरी ने कहा है कि ब्रह्मपुर प्रखंड के मनकी गांव में शराब पीने से हुई मौतों को प्रशासन छिपाने की कोशिश में लगा हुआ है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि बिहार सरकार की छवि पर धक्का ना लगे. उन्होंने यह भी कहा कि आज बिहार में शराबबंदी होने के बावजूद सीमावर्ती राज्यों में शराब की बिक्री जारी है. जिसके कारण एक तरफ जहां शराब बंदी का अनुपालन करना मुश्किल हो गया है वहीं दूसरी तरफ युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में आ रही है. शराबबंदी होने के कारण आज बिहार उड़ता पंजाब की तर्ज पर उड़ता बिहार बन गया है.
उन्होंने कहा कि प्रशासन को अब भी सरकार की गुलामी से बाहर निकल कर सच्चाई को सामने लाने का प्रयास करना चाहिए और हर हाल में शराबबंदी कानून का अनुपालन करने का प्रयास करना चाहिए. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक अव्यावहारिक कानून लाकर पूरे समाज को मौत के मुंह में धकेलना शुरु कर दिया है. जिस तरह से एक देश एक चुनाव की बात हो रही है. इसी तरह एक देश एक कानून होना चाहिए और पूरे देश में शराबबंदी कानून लागू होना चाहिए तभी वास्तविक तौर पर शराबबंदी कानून का अनुपालन हो पाएगा.
होनी चाहिये कार्रवाई :
उन्होंने कहा कि जैसे ही उन्हें मौतों की जानकारी मिली तुरंत ही मनकी गांव पहुंचे और लोगों से बातचीत की तो शराब से कई मौतों होने की जानकारी मिली लेकिन यह बहुत ही आश्चर्यजनक है कि प्रशासन को इस बात की जानकारी नहीं मिली उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने लोगों का पोस्टमार्टम नहीं कराया उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.
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