अयोध्या में भगवान श्री राम के विराजमान होने पर बक्सर में 22 से 30 जून तक होगी रामकथा ..

18 महापुराण की कथा सह श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन किया गया है. क्योंकि इस वर्ष 500 वर्षों बाद भगवान श्री राम लला अयोध्या में अपने घर में विराजमान हुए हैं. इसलिए समिति ने निर्णय लिया कि हम लोग इस वर्ष किसी पुराण की कथा ना कर करके श्री राम कथा का आयोजन करें.




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-सर्वजन कल्याण सेवा समिति के द्वारा हो रहा आयोजन
-कार्यक्रम में प्रदेश और देश से पहुंचेंगे तमाम श्रद्धालु भक्त

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : सर्वजन कल्याण सेवा समिति सिद्धाश्रम धाम के द्वारा रामेश्वर नाथ मंदिर में श्री राम कथा का आयोजन किया जा रहा है. यह कार्यक्रम 22 जून से 30 जून तक आयोजित होगा जिसमें न सिर्फ जिले बल्कि देश के विभिन्न नहीं सोचते श्रद्धालु भक्त और धर्मानुरागी पहुंचेंगे. कार्यक्रम को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं.

जानकारी देते हुए आचार्य कृष्णानंद शास्त्री पौराणिक जी महाराज ने कहा कि संस्था के द्वारा 2007 से ही विभिन्न धार्मिक आयोजनों को आयोजित करके संपूर्ण विश्व के कल्याणार्थ सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार होता रहा है. इस वर्ष यद्यपि यह संकल्प है कि 18 महापुराण की कथा सह श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन किया गया है. क्योंकि इस वर्ष 500 वर्षों बाद भगवान श्री राम लला अयोध्या में अपने घर में विराजमान हुए हैं. इसलिए समिति ने निर्णय लिया कि हम लोग इस वर्ष किसी पुराण की कथा ना कर करके श्री राम कथा का आयोजन करें.

22 जून से 30 जून तक श्री राम कथा व लक्ष्मीनारायण महायज्ञ का आयोजन है. 22 जून को श्री रामेश्वर नाथ मंदिर, रामरेखा घाट से सुबह 7:00 बजे शोभा यात्रा निकलेगी और बक्सर के मुख्य नगर के मुनीब चौक पुराने हॉस्पिटल से होकर बड़ी देवी, जमुना चौक के रास्ते मॉडल थाना चौक से रामरेखा घाट पहुंच कर जलभरी के बाद कार्यक्रम प्रारंभ हो जाएगा. दिन में 2:00 बजे से संत सम्मेलन होगा. शाम 4:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक श्री राम की कथा होगी. 22 जून से लेकर 30 जून तक यह कार्यक्रम चलेगा. 30 जून को विशाल भंडारे का आयोजन हुआ है. 

इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है कि भारतवर्ष के लोगों को यह बताया जाए कि वास्तव में मानवीय मूल्यों का अभी वर्तमान समय में कितना औचित्य है. मानव में मानवता लाने के लिए तो भगवान श्री राम से बढ़कर तो कोई मानव को शिक्षा देने वाला भगवान का अवतार हुआ नहीं है. इसलिए श्री राम कथा संदेश दिया जाए कि मनुष्य मानवता से भरपूर कैसे हो और संपूर्ण संसार में सुख, शांति, समृद्धि और रामराज की स्थापना के लिए क्या करना जरूरी है.







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