पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए आगे आया एसटीपीएल, प्लास्टिक कचरा देने पर मिलेगी आर्थिक सहायता ..

रामरेखा घाट पर स्वच्छता अभियान चलाया गया. जिसमें गंगा घाट की साफ/सफाई की गई एवं लोगों को यह संदेश दिया गया कि वह अपने आसपास साफ सफाई रखें तथा यत्र तत्र कचरा ना फेंके. इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने एक योजना की घोषणा भी की.

 




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- बक्सर के रामरेखा घाट पर चलाया गया अभियान
- लोगों को दिया गया स्वछता बनाए रखने का संदेश

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : स्वच्छता पखवाड़ा के तहत चौसा थर्मल पावर प्लांट के अधिकारियों कर्मियों तथा उनके परिजनों के द्वारा जिले के रामरेखा घाट पर स्वच्छता अभियान चलाया गया. जिसमें गंगा घाट की साफ/सफाई की गई एवं लोगों को यह संदेश दिया गया कि वह अपने आसपास साफ सफाई रखें तथा यत्र तत्र कचरा ना फेंके. इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने एक योजना की भी घोषणा की जिसमें प्रभावित क्षेत्र के लोगों के द्वारा 15 से 30 किलोग्राम प्लास्टिक कचरा एकत्रित कर दिए जाने पर पंचायत को आर्थिक मदद की जाएगी.

अपने संदेश में एसपीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय कुमार सिंह ने कहा कि 16 मई में से लेकर 31 मई तक स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन किया गया है. यह हमारे कारपोरेशन के सभी प्रोजेक्ट में चल रहा है. आज के स्वच्छता अभियान में थर्मल पावर प्लांट के अधिकारी कर्मियों व उनके घरों की महिलाओं ने अपनी भागीदारी दी. उन्होंने कहा कि स्वच्छता हर इंसान और हर घर से होती है और विशेष कर महिलाओं की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इसमें सम्पूर्ण समाज में संदेश जाता है कि स्वच्छता कितनी महत्वपूर्ण है.

सीइओ ने बताया कि स्वच्छता पखवाड़ा के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. जैसे कुछ गांवों में भी हम लोग प्लास्टिक को इकट्ठा करने की एक योजना लाए हैं. उसमें 15 से  30 किलोग्राम तक प्लास्टिक इकट्ठा करने देने पर पंचायत की वित्तीय मदद की जाएगी. इतना ही नहीं परियोजना प्रभावित गांवों में कचरे के उठाव के लिए वाहन भी प्रदान किये जायेंगे. चूंकि एसटीपीएल हमेशा से सामाजिक दायित्व निर्वहन के तहत विभिन्न विकास कार्य करता रहा है. विशेष कर शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, खेलकूद व सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के कार्यक्रमों में हम बढ़-चढ़कर भाग लेते रहे हैं. 

उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि यह परियोजना राष्ट्रीय महत्व की परियोजना है और इसको तीन माह में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. अभी तक हमें इस परियोजना में आम जनता से लेकर स्थानीय परियोजना प्रभावित लोगों से बहुत सहयोग मिला है. राष्ट्रीय हित की परियोजना इसकी 85 प्रतिशत से अधिक बिजली बिहार प्रदेश को जानी है. जब बिजली का उत्पादन यहां से होगा तो बिहार प्रदेश में विकास की गंगा बहेगी. मैं अनुरोध भी करना चाहूंगा कि सब लोग इसमें सहयोग करें. परियोजना व्यक्तिगत नहीं होती है. एक किसी संगठन की नहीं होती है. यह पूरे राष्ट्र की होती है. स्थानीय जनता शासन और प्रशासन के सहयोग से जल्द ही परियोजना पूरी की जाएगी.

कार्यक्रम में मुख्य कार्यकारी अधिकारी के अतिरिक्त मानव संसाधन विभाग के विभाग प्रमुख बलजीत सिंह, सीएसआर के उप प्रबंधक राहुल कुमार, कनीय क्षेत्र अधिकारी खुशबू कुमारी, मानव संसाधन विभाग कंपनी प्रतिनिधि रश्मि कुमारी के साथ-साथ मुख्य कार्यकारी अधिकारी की पत्नी श्रीमती गरिमा सिंह एवं अन्य महिलाओं में श्रीमती मोना सिंह, श्रीमती संतोष सिंह, श्रीमती रश्मि कुमारी मौजूद रही.







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