कार्यक्रम की शुरुआत पंचांग पूजन के साथ हुई जिसके बाद मंडप प्रवेश का पूजन आदि कई महत्वपूर्ण धार्मिक कार्य संपादित किए गए. रुद्राभिषेक एवं महासंकल्प के साथ मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान एवं मंत्रोचार के बीच महामंडलेश्वर योगशील नाथ जी महाराज ने 251 पंडितों का वरण किया.
-पंचांग पूजन के साथ हुई यज्ञ की शुरुआत
-हजारों की संख्या में जुटे श्रद्धालु, दिख रहा अलौकिक नज़ारा
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिला मुख्यालय के चरित्रवन में स्थित श्री आदिनाथ अखाड़ा के तत्वावधान में शुक्रवार को पंचांग पूजन के साथ यज्ञ की शुरुआत की गई. इस अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर में उपस्थित हुए. कार्यक्रम की शुरुआत पंचांग पूजन के साथ हुई जिसके बाद मंडप प्रवेश का पूजन आदि कई महत्वपूर्ण धार्मिक कार्य संपादित किए गए. रुद्राभिषेक एवं महासंकल्प के साथ मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान एवं मंत्रोचार के बीच महामंडलेश्वर योगशील नाथ जी महाराज ने 251 पंडितों का वरण किया.
शुक्रवार की सुबह से ही सभी श्रद्धालु नए रंग-बिरंगे पोशाक के साथ मंदिर प्रांगण में उपस्थित हुए तथा बैंड बाजों के साथ कलश लेकर गंगा के किनारे पहुंचे, जहां मंत्र उच्चारण के बीच कलश में जल भरा गया. गीत एवं संगीत के बीच श्रद्धालु वापस मंदिर लौटे जिसके बाद मंदिर का परिक्रमा कर लाए गए गंगाजल को मंडप में रखा गया जिसे पूरे यज्ञ के दौरान उपयोग में लाया जाएगा.
प्रतिमा की होगी स्थापना :
6 दिवसीय आयोजित इस महायज्ञ में कई कई धार्मिक अनुष्ठान निर्धरित है. शनिवार को अरणीमंथन के साथ अग्नि प्राकट्य एवं यज्ञ का शुरू होगा वहीं 12 मई को श्री आदिनाथ भगवान का महामस्तिकाभिषेक एवं शोभा यात्रा निकाली जाएगी. 13 मई सोमवार को प्राण-प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया जाएगा वहीं 14 मई मंगलवार को गुरुदेव भगवान श्री नाथ बाबा जी का मस्तिकाभिषेक किया जाएगा .15 मई को संत सम्मेलन, प्रतिमाओं का विशेष पूजन, दीपदान एवं नवनाथ पूजन आयोजित किया जाएगा. वहीं 16 मई गुरुवार को पूर्णाहुति एवं समस्त भंडारा आयोजित किया जाएगा .
बताते चले कि विगत कई महीनों से श्रीनाथ बाबा मंदिर में विराट स्तर पर निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था, जहां कई भवनों में अष्टविनायक गणेश भगवान, आदिनाथ भगवान शिव के विराट रूप के अलावा गुरुदेव भगवान श्री नाथ बाबा जी की विराट मूर्ति स्थापित की जाएगी.
समस्त विश्व के कल्याण के लिए यज्ञ का हो रहा है आयोजन : महामंडलेश्वर
महामंडलेश्वर ने कहा कि पूरे विश्व के कल्याण, सदभावना, प्रेम एवं खुशहाली के लिए यज्ञ का आयोजन किया गया है. श्रीनाथ बाबा जी समस्त विश्व के कल्याण के साथ-साथ बक्सर के लिए समर्पित रहे. श्री आदिनाथ अखाड़ा की स्थापना गुरुदेव भगवान ने जनमानस के कल्याण के लिए किया था. यज्ञ के अवसर पर ही अष्ट विनायक गणेश भगवान, आदिनाथ भगवान शिव के साथ-साथ गुरुदेव भगवान की श्रद्धापूर्वक आकर्षित करने वाली मूर्ति स्थापित करने का आयोजन किया गया है. सदभावना ,प्रेम, भाईचारा, करुणा एवं भक्ति के आधार पर ही मानव जीवन में खुशहाली संभव है जिसे धर्म के मार्ग पर चलकर ही प्राप्त किया जा सकता है.
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