साबित खिदमत अस्पताल की गोल्डन कार्ड स्कीम से आजीवन फीस माफी की सुविधा ..

उन्होंने बताया अस्पताल के चिकित्सकों के साथ ही सबसे पुराने मरीजों को गोल्डन कार्ड दिया गया. उन्हें जीवन भर ओपीडी की फीस नहीं देनी होगी साथ ही अस्पताल में होने वाली जांच आदि के शुल्क में भी उन्हें काफी रियायत दी जाएगी.










- अस्पताल के पुराने मरीजों को मिल रहा लाभ
- गोल्डन कार्ड होने पर नहीं देनी होगी फीस

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : साबित खिदमत फाउंडेशन अस्पताल में इलाज करा चुके पुराने रोगियों को अस्पताल के द्वारा गोल्डन कार्ड की सुविधा प्रदान की जा रही है. इस कार्ड के माध्यम से रोगी बिना परामर्श शुल्क दिए इलाज कर सकते हैं. साथ ही उन्हें जांच आदि के शुल्क में भी रियायत दी जाएगी. साबित खिदमत फाउंडेशन अस्पताल जिले में ऐसा करने वाला पहले और एकमात्र अस्पताल बन गया है.

यह जानकारी साबित खिदमत फाउंडेशन अस्पताल के निदेशक डॉक्टर दिलशाद आलम ने दी. उन्होंने बताया अस्पताल के चिकित्सकों के साथ ही सबसे पुराने मरीजों को गोल्डन कार्ड दिया गया. उन्हें जीवन भर ओपीडी की फीस नहीं देनी होगी साथ ही अस्पताल में होने वाली जांच आदि के शुल्क में भी उन्हें काफी रियायत दी जाएगी.

डॉ दिलशाद ने बताया कि इस सेवा का लाभ साबित खिदमत अस्पताल कोरोना काल के पहले से दिया जा रहा है. इस साल पुनः इसकी शुरुआत की गई है. शनिवार को सफरूल्लाह मास्टर, जयंती देवी, ललिता देवी, विजय कुमार ओझा जैसे पुराने मरीजों को गोल्डन कार्ड वितरित किया गया.

एक वर्ष में टाइफाइड के दो टीके लगाने की सलाह :

चिकित्सक डॉक्टर दिलशाद आलम ने टाइफाइड के प्रति भी लोगों को जागरूक किया उन्होंने यह कहा कि वर्ष में दो बार टाइफाइड का टीका अवश्य लगाना चाहिए इसके साथ ही टाइफाइड होने पर दावों का पूरा कोर्स करना चाहिए तथा चिकित्सक के द्वारा बताए गए परहेज को भी अवश्य करना चाहिए.


मौके पर डॉ दिलशाद आलम के साथ-साथ डॉ मनीष कुमार, डॉ उज्जवल, इम्तियाज, नसीर, रुखसाना, अंजलि, ब्यूटी, के साथ-साथ कई लोग मौजूद रहे.









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