बालिका दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में अधिकारों पर हुई चर्चा ..

कहा कि अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस हमारी प्रतिबद्वता को दोहराने और बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए चल रहे प्रयासों को और मजबूत करने का एक अवसर है. यह बेटियों की उपलब्धियों का जश्न मनाने का दिन है. 










- चिराग एजुकेशन कल्चर और हेल्थ अवेयरनेस केंद्र द्वारा आयोजित था कार्यक्रम
- बतौर मुख्य अतिथि चौसा नगर पंचायत की मुख्य पार्षद किरण देवी रही मौजूद

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर :  जिले के चौसा प्रखंड के बनारपुर ग्राम पंचायत के स्थानीय गांव में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस की पूर्व संध्या पर चिराग एजुकेशन कल्चर और हेल्थ अवेयरनेस सेंटर द्वारा आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन संयुक्त रूप से सिस्टर स्नेहा और चौसा नगर पंचायत की मुख्य पार्षद श्रीमती किरण देवी के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया. 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नगर पंचायत की मुख्य पार्षद श्रीमती किरण देवी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस हमारी प्रतिबद्वता को दोहराने और बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए चल रहे प्रयासों को और मजबूत करने का एक अवसर है. यह बेटियों की उपलब्धियों का जश्न मनाने का दिन है. आज के दिन का उद्देश्य बालिकाओं के अधिकारों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना और बालिका शिक्षा, उनके स्वास्थ्य और पोषण के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पूर्व जिला पार्षद डॉ मनोज कुमार यादव ने कहा कि आय दिन बच्चियों पर हो रहे दुष्कर्म के खिलाफ राज्य की सरकार हो या देश की सरकार कठोर से कठोर कानून बनाने की आवश्यकता है तभी हमारी बेटियां का सम्मान आगे बढ़ सकता है. उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा वैसे तो सभी के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन बालिकाएं इस क्षेत्र में भी पीछे नहीं है. बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है. शिक्षा मात्र सिर्फ पढ़ने और लिखने के बारे में नहीं होती है, बल्कि बालिकाओं को सामाजिक रूप से और सामाजिक बाधाओं को अपने ज्ञान से दूर करने के लिए कौशल और आत्मविश्वास से लैस करने के लिए भी है. एक शिक्षित महिला या बालिका राष्ट्र में सामाजिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है, लेकिन यह भी सच है की लड़कियों में क्षमता होने के बावजूद उनको जीवन में अक्सर बाधाओं का सामना करना पड़ता है. 

बात चाहे भेदभाव की हो या शिक्षा की कई जगह आज भी उनको चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. यह चुनौतियां न सिर्फ लड़कियों की प्रगति के लिए भी हानिकारक हैं अपितु समाज के लोगो के लिए भी है. इसको समझना बेहद जरूरी है. 


चिराग की सचिव सिस्टर सिंधिया ने कहा कि लड़कियों के जीवन को निखारने के लिए समाज महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह सुनिश्चित करना भी समाज की ही  जिम्मेदारी है कि हर लड़की के साथ सम्मान और समान व्यवहार के साथ समान मौके दिए जाएं. कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्था के संचालिका सिस्टर स्नेहा, चिराग संस्था के सचिव सिस्टर सिंधिया सिस्टर सरीना, सुपरवाइजर संतोष सर के अलावे कनक नारायणपुर, अखौरीपुर गोला, बनारपुर, मिल्की, नया बाजार इलाके से भारी संख्या में बच्चियों एवं अभिभावकों की उपस्थिति रही. साथ ही बच्चों के द्वारा रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए.














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