पूजा स्थलों पर साफ-सफाई और पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी. विद्युत विभाग को सभी पंडालों में वैध विद्युत कनेक्शन की जांच करने और नंगे तारों को ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं.
- -सुरक्षा के लिए की गई व्यापक व्यवस्थाएं
- बड़े वाहनों के प्रवेश पर लगा प्रतिबंध, क्विक रिस्पांस टीमें तैनात
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले में दशहरा पर्व को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं. सोमवार को जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र में जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने जिले के सभी दंडाधिकारी और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया. इस बैठक में सुरक्षा और व्यवस्था से संबंधित सभी पहलुओं की समीक्षा की गई.
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिले के 192 स्थलों पर स्थैतिक दंडाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई है. इसके अलावा, 33 स्थानों पर गश्ती दलों की व्यवस्था की गई है. बक्सर और डुमरांव अनुमंडलों में एक-एक जोनल दंडाधिकारी नियुक्त किए गए हैं. जिले में क्विक रिस्पांस टीम (QRT) भी तैनात की गई है, जिनमें बक्सर में 5 और डुमरांव में 3 टीमें बनाई गई हैं, जो आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई करने के लिए तत्पर रहेंगी.
अस्थायी बैरियर और पार्किंग की व्यवस्था :
प्रशासन ने 17 स्थलों पर अस्थायी बैरियर और पार्किंग की व्यवस्था की है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो. इसके साथ ही, जिला और अनुमंडल स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जो समाहरणालय परिसर के जिला आपदा शाखा में कार्यरत रहेगा.
बड़े वाहनों का प्रवेश वर्जित, 17 ड्रॉप गेट बनाए गए :
जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने सभी दंडाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे पूजा समितियों के साथ समन्वय बनाकर भीड़ नियंत्रण और पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित करें. साथ ही, पूजा समितियों से उनके वालंटियर्स की जानकारी भी एकत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं. पर्व के दौरान बड़े वाहनों का प्रवेश शहर में पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा और इसके लिए 17 स्थानों पर ड्रॉप गेट बनाए गए हैं. पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया है कि जुलूसों के दौरान डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध सुनिश्चित किया जाए और विसर्जन जुलूसों के लिए पुलिस स्कॉट की व्यवस्था भी की जाए.
साफ-सफाई और बिजली व्यवस्था पर विशेष ध्यान :
प्रशासन ने पूजा स्थलों पर साफ-सफाई और पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी. विद्युत विभाग को सभी पंडालों में वैध विद्युत कनेक्शन की जांच करने और नंगे तारों को ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं.
अग्निशमन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर :
अग्निशमन विभाग द्वारा सभी पूजा पंडालों का फायर सेफ्टी ऑडिट किया जाएगा और अनापत्ति प्रमाण-पत्र जारी किया जाएगा. दशहरा पर्व के दौरान अग्निशमन वाहन और कर्मचारी पूरी तरह से तैयार रहेंगे. स्वास्थ्य विभाग को भी सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर जीवन रक्षक दवाओं, डॉक्टरों और एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.
विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाब का निर्माण :
सेंट्रल जेल के पीछे एक कृत्रिम तालाब बनाया जाएगा, जहां प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा. प्राकृतिक जल स्रोतों में मूर्तियों और सजावटी सामग्रियों के विसर्जन पर सख्त रोक लगाई गई है, ताकि पर्यावरण को नुकसान से बचाया जा सके.
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