कहा, "जैसे बरसात में मेंढ़क टर्राने लगते हैं, वैसे ही कुछ नेता चुनाव आते ही अपनी वफादारी बदल लेते हैं. हर्षवर्धन का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए किसी बड़े नुकसान की तरह नहीं है. वह पहले ही पार्टी पर एक बोझ बन चुके थे."
- कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष के जन सुराज में जाने पर कांग्रेस नेताओं ने साधा निशाना
- आशुतोष त्रिपाठी का हमला- "स्वार्थी नेताओं के जाने से पार्टी पर कोई असर नहीं"
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. टिकट की दौड़ में नेता अपने समीकरण साधने में जुटे हैं, लेकिन इसी बीच कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन के पार्टी छोड़ने पर कांग्रेस खेमे में हलचल मच गई है. हर्षवर्धन के जन सुराज में शामिल होने पर कांग्रेस के युवा नेता आशुतोष त्रिपाठी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
त्रिपाठी ने मीडिया से बातचीत में कहा, "जैसे बरसात में मेंढ़क टर्राने लगते हैं, वैसे ही कुछ नेता चुनाव आते ही अपनी वफादारी बदल लेते हैं. हर्षवर्धन का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए किसी बड़े नुकसान की तरह नहीं है. वह पहले ही पार्टी पर एक बोझ बन चुके थे."
कुर्सी छिनते ही शुरु किया भितरघात :
त्रिपाठी ने आगे आरोप लगाया कि जब तक हर्षवर्धन को जिलाध्यक्ष की कुर्सी मिली थी, तब तक वह चुप थे. लेकिन 18 महीने पहले कुर्सी जाते ही उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ साजिशें रचनी शुरू कर दीं. उन्होंने उनके साथ पार्टी छोड़ने वाले पूर्व विधायक पर कटाक्ष करते हुए कहा, "यदि उनमें नैतिकता है तो वह कांग्रेस के बदौलत मिली पेंशन भी छोड़ दें."
2025 चुनाव में कांग्रेस करेगी बेहतर प्रदर्शन :
त्रिपाठी ने विश्वास जताया कि प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस 2025 के चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करेगी. उन्होंने कहा, "कांग्रेस ही एकमात्र पार्टी है जो युवाओं और गरीबों की चिंता करती है."
गौरतलब है कि कांग्रेस युवा मोर्चा की टीम लगातार शहर और गांव में जनसमस्याओं को सुनकर कांग्रेस संगठन को मजबूत करने के प्रयास में जुटी हुई है.
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