कलात्मक आतिशबाजी के साथ कल होगा रावण और मेघनाद के विशाल पुतलों का दहन

बताया कि किला मैदान में इस बार रावण वध कार्यक्रम में रावण और मेघनाद के 45 और 40 फीट ऊंचे पुतलों का दहन किया जाएगा. यह कार्यक्रम दिन में 2:00 बजे शुरू होगा और शाम के समय जबरदस्त आतिशबाजी के साथ रावण वध का समापन होगा. 









- पहली बार रावण के मुकुट से दिखाई देगा कोल्ड फायर का अद्भुत नज़ारा
- समिति ने लोगों से समय पूर्व पहुंचने की अपील की

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : स्थानीय किला मैदान में 12 अक्टूबर को दोपहर 2:00 बजे से रावण वध का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. श्री रामलीला समिति द्वारा चल रहे 21 दिवसीय विजयादशमी महोत्सव के तहत इस आयोजन की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. इस बार कार्यक्रम में रावण और मेघनाद के विशालकाय पुतलों का दहन कलात्मक आतिशबाजी और कोल्ड फायर के अनोखे दृश्य के साथ किया जाएगा, जो दर्शकों के लिए एक नया अनुभव होगा.

समिति के सचिव बैकुण्ठ नाथ शर्मा और मीडिया प्रभारी हरिशंकर गुप्ता ने संयुक्त रूप से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि किला मैदान में इस बार रावण वध कार्यक्रम में रावण और मेघनाद के 45 और 40 फीट ऊंचे पुतलों का दहन किया जाएगा. यह कार्यक्रम दिन में 2:00 बजे शुरू होगा और शाम के समय जबरदस्त आतिशबाजी के साथ रावण वध का समापन होगा. उन्होंने बताया कि इस बार विशेष रूप से रावण के मुकुट से निकलने वाले कोल्ड फायर का अद्भुत नज़ारा दिखाया जाएगा, जो कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहेगा.

विशाल पुतलों का निर्माण अंतिम चरण में : 

रावण और मेघनाद के पुतलों का निर्माण मिश्रवलिया निवासी जितेन्द्र शर्मा कर रहे हैं और अब वे इन्हें अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं. इस बार भी सिमरी के मशहूर आतिशबाज कैमुद्दीन जी कलात्मक आतिशबाजी में अपनी कुशलता दिखाएंगे. आतिशबाजी के इन विशेष प्रभावों ने रावण वध कार्यक्रम को हर साल अनोखा और रोमांचक बनाया है.

भीड़ नियंत्रण के उपाय : 

समिति ने जानकारी दी है कि हर साल की तरह इस बार भी उत्तर प्रदेश सहित आसपास के इलाकों से लाखों लोग रावण वध कार्यक्रम देखने बक्सर पहुंचेंगे. लोगों की भीड़ को देखते हुए समिति ने लोगों से अपील की है कि वे समय से पहले कार्यक्रम स्थल पर पहुंचें, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचा जा सके. समिति ने कार्यक्रम को सुरक्षित और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की हैं.

आगामी रामलीला कार्यक्रमों की रूपरेखा : 

हरिशंकर गुप्ता ने आगे बताया कि रावण वध के बाद भी रामलीला के महत्वपूर्ण आयोजन जारी रहेंगे. 13 अक्टूबर को दिन में कृष्णलीला और रात में रामलीला का मंचन होगा. इसके अगले दिन, 14 अक्टूबर को दिन में कृष्णलीला का आयोजन होगा और रात में नगर के यमुना चौक पर भरत मिलाप का प्रसिद्ध कार्यक्रम होगा, जो मध्यरात्रि तक चलेगा. भरत मिलाप के दौरान शहर की विभिन्न संस्थाएं और दुर्गा पंडालों से जुड़े लोग आकर्षक लाग और झांकियां निकालेंगे, जो लोगों का मुख्य आकर्षण होंगी.

समारोह का अंतिम दिन : 

15 अक्टूबर को विजयादशमी महोत्सव के अंतिम दिन दिन में कृष्णलीला और रात में भगवान राम के राज्याभिषेक और ब्रज की लठ्ठमार होली का आयोजन होगा. समिति ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इन सभी कार्यक्रमों में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर महोत्सव को सफल बनाएं.





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