पांडेयपुर में महिला की गिरफ्तारी पर बवाल : पुलिस पर संदेह, निष्पक्ष जांच की मांग

ग्रामीणों का मानना है कि स्कूल संचालक ने पुलिस के साथ मिलकर इस घटना की साजिश रची है. संचालक पर यह भी आरोप है कि वह डीएवी के नाम का अनुचित लाभ उठा रहे हैं और अभिभावकों को भ्रमित कर रहे हैं.
गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए एसडीपीओ आफाक अख्तर अंसारी







                                                                   






- ग्रामीणों का आरोप, साजिश के तहत की गई कार्रवाई
- बक्सर उत्थान मंच ने पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन, न्याय की अपील

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के पांडेयपुर गांव में नेहा दूबे नामक महिला की गिरफ्तारी पर विवाद गहरा गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि यह गिरफ्तारी साजिश के तहत की गई है. इस मामले में बक्सर उत्थान मंच ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जांच की मांग की है. पुलिस का दावा है कि नेहा दूबे के घर से हेरोइन, कट्टा और कारतूस बरामद किए गए, जबकि ग्रामीणों ने इस कार्रवाई पर संदेह जताते हुए इसे सुनियोजित बताया है.

बक्सर उत्थान मंच ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक से स्वयं घटनास्थल पर जाकर जांच करने और नेहा दूबे को न्याय दिलाने की अपील की है. संगठन के संयोजक मुकुंद सनातन का कहना है कि अगर जांच में पुलिस की भूमिका संदिग्ध पाई जाती है, तो जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.

ग्रामीणों का कहना है कि छापेमारी के दौरान उनके सामने किसी भी प्रकार की संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुई थी. पुलिस ने ग्रामीणों को डरा-धमकाकर हटा दिया, और कुछ समय बाद अवैध हेरोइन और हथियार बरामद करने का दावा किया. ग्रामीणों का आरोप है कि ये संदिग्ध वस्तुएं घर के बाहरी शेड और एक बंद कमरे में झोले के अंदर पाई गईं, जो कि पुलिस द्वारा तैयार की गई साजिश प्रतीत होती है.

संदेह के घेरे में स्कूल संचालक :

इस घटना में डीएवी आलोक स्कूल के संचालक पर भी ग्रामीणों ने संदेह जताया है. नेहा दूबे के पति संतोष दुबे, जो स्कूल में शिक्षक हैं, को संचालक द्वारा कुछ दिन पूर्व धमकी दी गई थी कि वह उन्हें बर्बाद कर देगा. ग्रामीणों का मानना है कि स्कूल संचालक ने पुलिस के साथ मिलकर इस घटना की साजिश रची है. संचालक पर यह भी आरोप है कि वह डीएवी के नाम का अनुचित लाभ उठा रहे हैं और अभिभावकों को भ्रमित कर रहे हैं.

महिला पुलिस की गैरमौजूदगी पर सवाल :

छापेमारी के दौरान महिला पुलिस की गैरमौजूदगी ने भी इस मामले को संदिग्ध बना दिया है. ग्रामीणों के विरोध के बाद ही महिला पुलिस को बुलाया गया, जिससे ग्रामीणों की आशंकाएं और बढ़ गईं. ग्रामीणों ने मांग की है कि इस पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि सच सामने आ सके.

बता दें कि दो दिन पूर्व जिले के ब्रह्मपुर थाना की पुलिस ने 24.12 ग्राम हेरोइन (मादक पदार्थ) एक देशी कट्टा और पांच जिंदा कारतूस के साथ पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने यह करवाई गुप्त सूचना के आधार पर की थी, जिसमें आर्म्स एक्ट और मादक पदार्थ के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. अब महिला के पति की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. इसकी जानकारी डुमरांव एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी ने प्रेस वार्ता कर दी थी.









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