घंटों तक जाम से कराहता रहा नगर, हाथ में डंडा लेकर स्वयं उतरे एसडीएम

जाम के कारण सड़क पर वाहन रेंग रहे थे. यह स्थिति देखने के बाद भी ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के द्वारा जब कोई विशेष पहल नहीं की गई तो अंततः अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्र स्वयं ही हाथ में डंडा लेकर सड़क पर उतर गए नगर थाने की पुलिस टीम के साथ विभिन्न मार्गों पर वह सड़क जाम हटाते देखे गए.







                                            




- नगर के सभी मार्गों पर लगा रहा भीषण जाम
- स्कूली बच्चों को हुई काफी परेशानी

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : शनिवार की सुबह जब लोगों ने अपनी आंख खोली और सड़कों पर निकले तो उन्हें भीषण जाम का सामना करना पड़ा. नगर के सभी प्रमुख मार्गों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई थी. नया बाजार, बाजार समिति रोड के साथ ही स्टेशन रोड बाइपास और न्यू बाइपास के साथ-साथ मॉडल थाना चौक और किला मैदान के साथ ही सिंडिकेट से लेकर बक्सर गोलंबर तक जाम के कारण सड़क पर वाहन रेंग रहे थे. यह स्थिति देखने के बाद भी ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के द्वारा जब कोई विशेष पहल नहीं की गई तो अंततः अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्र स्वयं ही हाथ में डंडा लेकर सड़क पर उतर गए नगर थाने की पुलिस टीम के साथ विभिन्न मार्गों पर वह सड़क जाम हटाते देखे गए.

स्टेशन रोड निवासी आयुष्मान शर्मा ने बताया कि या कोई एक दिन की बात नहीं है ट्रैफिक जाम से प्रतिदिन लोगों को दो-चार होना पड़ता है उन्होंने कहा कि सड़क जाम के कारण ही बच्चों को स्कूल पहुंचने में भारी असुविधा हुई स्कूल वहां आज नहीं पहुंची और स्वयं ही बच्चों को बाइक से ले जाकर छोड़ना पड़ा. बाइपास रोड निवासी रविंद्र पांडे ने कहा कि उन्होंने अपने बच्चों को स्कूल भेजा ही नहीं जबकि खलासी मोहल्ला निवासी कृष्णा कुमार ने भी स्कूल वाहन के जाम में फंसे होने की बात बताई. न्यायालय के कर्मी कौशलेंद्र ओझा ने बताया कि वह गोलंबर से स्वयं कचहरी पैदल चलकर आए हैं

कार्तिक पूर्णिमा के दिन भी लगा था भीषण जाम :

कार्तिक पूर्णिमा के दिन भी बक्सर नगर में भीषण जाम लगा हुआ था तकरीबन 5 घंटे से ज्यादा समय तक रेलवे स्टेशन रोड और बायपास रोड के साथ-साथ न्यू बायपास रोड में वाहनों की कटारे लगी रही और ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के गायब रहने के कारण लोगों को स्वयं अपनी सहायता करते देखा गया.

लोगों को याद आए अंगद सिंह :

सिविल लाइंस मोहल्ले के निवासी शशांक कुमार बताते हैं कि जब अंगद सिंह यहां ट्रैफिक इंचार्ज हुआ करते थे तो केवल दो-तीन पुलिसकर्मियों के सहारे ही सिंडिकेट से लेकर मॉडल थाना चौक तक के जाम को खत्म करने में सफल रहते थे. लेकिन अब जब की ट्रैफिक थाने की स्थापना हो गई है और बाजाप्ता लगभग 35 पुलिसकर्मियों के साथ ही ट्रैफिक डीएसपी की पोस्टिंग की गई है, सड़क जाम कहीं ना कहीं पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा कर रहा है.









Post a Comment

0 Comments