बटुमि में स्वर्ण जीतने के बाद अब मास्को इंटरनेशनल के लिए तैयारी कर रही दीक्षा

बताया कि मॉस्को के अलावा दीक्षा ऑल यूनिवर्सिटीज नेशनल, खेलो इंडिया नेशनल और फेडरेशन कप प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा लेंगी. खास बात यह है कि खेलो इंडिया और फेडरेशन कप में दोनों बहनें एक साथ अपनी प्रतिभा दिखाएंगी.









                                           



- बड़ी बहन निधि के साथ भी कई प्रतियोगिताओं में होंगी शामिल
- ऑल यूनिवर्सिटीज नेशनल और खेलो इंडिया नेशनल में भी लेंगी हिस्सा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के महदह गांव की दीक्षा कुमारी ने बटुमि ओपन इंटरनेशनल वुशु टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने के बाद अब नई ऊंचाइयों की ओर कदम बढ़ा दिए हैं. दीक्षा अब मॉस्को इंटरनेशनल वुशु चैंपियनशिप के लिए स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के मणिपुर, इंफाल केंद्र में तैयारी कर रही हैं. उनकी बड़ी बहन निधि कुमारी ने बताया कि मॉस्को के अलावा दीक्षा ऑल यूनिवर्सिटीज नेशनल, खेलो इंडिया नेशनल और फेडरेशन कप प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा लेंगी. खास बात यह है कि खेलो इंडिया और फेडरेशन कप में दोनों बहनें एक साथ अपनी प्रतिभा दिखाएंगी.

हाल ही में जॉर्जिया के बटुमि में आयोजित बटुमि ओपन इंटरनेशनल वुशु टूर्नामेंट में 48 किलो भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर दीक्षा ने न केवल बक्सर जिले बल्कि पूरे देश का गौरव बढ़ाया. इस ऐतिहासिक जीत ने उन्हें भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए नई ऊर्जा दी है. दीक्षा ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपनी बड़ी बहन निधि कुमारी को दिया, जो खुद एक बेहतरीन वुशु खिलाड़ी रही हैं.

बहन से प्रेरणा बनी जीत की कुंजी :

दीक्षा हमेशा कहती है कि उनकी बहन निधि हमेशा से उनकी प्रेरणा रही हैं. निधि को निर्वाचन आयोग ने बक्सर का ब्रांड एंबेसडर भी नियुक्त किया था. निधि के मार्गदर्शन और प्रोत्साहन ने दीक्षा को अपने खेल को बेहतर बनाने में मदद की. अब दोनों बहनें आने वाली प्रतियोगिताओं में देश का नाम रोशन करने के लिए पूरी तैयारी में जुट गई हैं.

गांव और परिवार में खुशी का माहौल :

दीक्षा की सफलता से उनके गांव महदह में खुशी का माहौल है. उनके पिता बलवंत सिंह ने कहा कि यह उनकी बेटियों की मेहनत और लगन का नतीजा है. दीक्षा की मां रीता सिंह ने बताया कि बेटियों की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए गर्व का पल है.

युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा

दीक्षा की उपलब्धि से छोटे गांवों के युवाओं को नई प्रेरणा मिली है। बक्सर का यह सितारा न केवल वुशु के क्षेत्र में बल्कि युवा खिलाड़ियों के सपनों को नई दिशा देने में भी अहम भूमिका निभा रहा है। दीक्षा और निधि की तैयारी और समर्पण ने यह साबित कर दिया है कि सही मार्गदर्शन और मेहनत से हर सपना साकार हो सकता है।










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