सोरोस ने लोकतंत्र को मजबूत करने के नाम पर कई देशों में निवेश किया है, लेकिन उनकी वास्तविक मंशा कुछ और प्रतीत होती है. चौबे ने आरोप लगाया कि जिन संगठनों और व्यक्तियों के पास इस व्यक्ति का पैसा आता है, वे सभी मानते हैं कि भारत में लोकतंत्र कमजोर है.
- लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश का आरोप
- सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व आइआरएस अधिकारी बिनोद चौबे ने जार्ज सोरोस की गतिविधियों पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा है कि यह व्यक्ति भारत में लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश कर रहा है. उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि इस तरह के तत्वों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं ताकि उनके मंसूबों पर पानी फेरा जा सके.
चौबे ने कहा कि जार्ज सोरोस के नाम से भारत में पढ़े-लिखे लोग परिचित हैं, लेकिन आम आदमी का इससे कोई लेना-देना नहीं है. सोरोस ने लोकतंत्र को मजबूत करने के नाम पर कई देशों में निवेश किया है, लेकिन उनकी वास्तविक मंशा कुछ और प्रतीत होती है. चौबे ने आरोप लगाया कि जिन संगठनों और व्यक्तियों के पास इस व्यक्ति का पैसा आता है, वे सभी मानते हैं कि भारत में लोकतंत्र कमजोर है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसे देशों की तुलना में भारत का लोकतंत्र कहीं अधिक मजबूत है, जबकि अफ्रीकी और मध्य-पूर्व के इस्लामी देशों में लोकतंत्र की स्थिति काफी खराब है. इसके बावजूद, भारत के कुछ नेता जार्ज सोरोस के समर्थन में हैं और मिलकर भारत की वर्तमान सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं.
चौबे ने स्पष्ट किया कि देश की जनता ने वर्तमान सरकार को चुनकर अपना कर्तव्य निभाया है और अब सरकार और सरकारी संगठनों की जवाबदेही बनती है कि वे इन विध्वंसकारी तत्वों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाएं. उन्होंने विश्वास जताया कि केंद्र सरकार इन साजिशों के आगे झुकेगी नहीं और मजबूती से इन चुनौतियों का सामना करेगी.
उन्होंने कहा कि सरकार के पास साधनों और धन की कोई कमी नहीं है और वह देश के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह सक्षम है. चौबे ने अंत में अपील की कि सरकार इन साजिशों को नाकाम करने के लिए कठोर कदम उठाए और भारत के लोकतंत्र को सुरक्षित रखे.
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