पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन पर कई संस्थानों ने दी श्रद्धांजलि

उनकी सादगी, ईमानदारी और निष्पक्षता उन्हें महान नेता बनाती थी. सभा में उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की.









                                           


  • कांग्रेस कार्यालय, बिहार सेंट्रल स्कूल और लोयोला स्कूल में शोक सभाएं आयोजित
  • शिक्षकों, छात्रों और सामाजिक संगठनों ने डॉ. सिंह के योगदान को याद किया

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और महान अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शुक्रवार को बक्सर के विभिन्न संस्थानों और संगठनों ने श्रद्धांजलि अर्पित की. अम्बेडकर चौक स्थित कांग्रेस कैम्प कार्यालय, बिहार सेंट्रल स्कूल बाइपास रोड और लोयोला स्कूल, पांडेय पट्टी तथा साबित खिदमत फाउंडेशन हॉस्पिटल में शोक सभाओं का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया.

अम्बेडकर चौक स्थित कांग्रेस कार्यालय में शोक सभा

अम्बेडकर चौक स्थित कांग्रेस कार्यालय में आयोजित सभा में बिहार प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएन चौबे ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से कांग्रेस को अपूरणीय क्षति हुई है. उन्होंने कहा कि यूपीए शासनकाल के दौरान डॉ. सिंह ने देश को आर्थिक रूप से मजबूत किया और उनकी सादगी, ईमानदारी और निष्पक्षता उन्हें महान नेता बनाती थी. सभा में उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की.

इस सभा में गोरखनाथ चौबे, बंकटेश चौबे, राजनारायण दूबे, राकेश तिवारी, राहुल चौबे, अधिवक्ता अजय दूबे, मनोज पाण्डेय, विमलेश सिंह, जगलाल राम, कन्हैया खरवार, जितेंद्र प्रसाद, कमलेश सिंह, रवि पासवान और सत्येंद्र यादव सहित कई लोग उपस्थित थे.

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रदेश नेता बिनोधर ओझा, जिलाध्यक्ष सुभाष ओझा और कार्यकारी जिलाध्यक्ष अजय गुप्ता ने भी डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी. श्री ओझा ने कहा कि भारत ने एक महान अर्थशास्त्री और पहले दलित प्रधानमंत्री को खो दिया है. हम सभी उनकी स्मृतियों को नमन करते हैं। कांग्रेस नेता अनिल कुमार उपाध्याय ने भी उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया.

बिहार सेंट्रल स्कूल में शोक सभा

बिहार सेंट्रल स्कूल, बाइपास रोड परिसर में भी शुक्रवार को शोक सभा आयोजित की गई. विद्यालय के सचिव सरोज सिंह ने डॉ. सिंह के योगदान को याद करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री रहते हुए उन्होंने मनरेगा, राइट टू फूड एक्ट और राइट टू एजुकेशन जैसी योजनाएं शुरू कीं, जिससे समाज के हर वर्ग को लाभ मिला. सरोज सिंह ने कहा कि 1991 में वित्त मंत्री के रूप में आर्थिक सुधारों की जो नींव डॉ. सिंह ने रखी थी, उसी के कारण आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन पाया है.

शोक सभा में शिक्षकों और छात्रों ने भी डॉ. सिंह के व्यक्तित्व और कार्यों पर प्रकाश डाला. सभा में वरिष्ठ शिक्षक अरुण कुमार उपाध्याय, वरुण कुमार, सुनील कुमार सिंह, मधु सिंह, अर्चना श्रीवास्तव, ज्योति कुमारी, अनुराधा, खुशी, तसलीमा, नीतू, रिचा, जानवी, अभय उपाध्याय, श्यामली उपाध्याय, आशुतोष पांडे, अंकित, अतुल कश्यप, अनामिका, शैलेश चौबे, विकास राज और शुभम पांडे सहित विद्यार्थियों पंकज कुमार, रिमझिम, आस्था, आरजू, आदित्य चौरसिया और आशीष गौतम ने भाग लिया.

लोयोला स्कूल में शोक सभा :

पांडेय पट्टी स्थित लोयोला स्कूल में प्राचार्या समीक्षा तिवारी की अध्यक्षता में शोक सभा आयोजित की गई. इस दौरान छात्रों को डॉ. मनमोहन सिंह के जीवन और उनके महत्वपूर्ण योगदान के बारे में बताया गया. प्राचार्या समीक्षा तिवारी ने कहा कि डॉ. सिंह की सादगी और विद्वता छात्रों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं. उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे डॉ. सिंह के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं और देश की प्रगति में योगदान दें.

शोक सभा में विद्यालय के शिक्षकगण और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे. सभी ने दो मिनट का मौन रखकर डॉ. सिंह की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की..शिक्षकों ने डॉ. सिंह के जीवन से जुड़े प्रेरक प्रसंग साझा किए, जिससे छात्रों को उनके व्यक्तित्व को और गहराई से समझने का अवसर मिला.

साबित खिदमत फाउंडेशन में श्रद्धांजलि

साबित खिदमत फाउंडेशन में भी डॉ. सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। फाउंडेशन के सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखा और उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की. फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. दिलशाद आलम ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान भारतीय इतिहास में अमर रहेगा. सभा में फाउंडेशन के सदस्य इम्तियाज अंसारी, प्रदीप राय, मदन शाह, मदन ठाकुर, अशोक सिंह, मन्नू चौधरी, नासिर हुसैन, रुखसाना, रुबीना, हसीना, सोनम कुमारी, सोनम देवी, नसीम अख्तर, साबित रोहतस्वी और डॉ. मनीष कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे.

बक्सर के विभिन्न संस्थानों और संगठनों द्वारा आयोजित इन शोक सभाओं में डॉ. मनमोहन सिंह के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की गई और उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई.











Post a Comment

0 Comments