उनके निधन की खबर से पूरे जिले में शोक की लहर फैल गई. शनिवार को उनका अंतिम संस्कार चरित्रवन स्थित मुक्तिधाम में किया गया, जहां वे पंचतत्व में विलीन हो गए. शव यात्रा में सैकड़ों की संख्या में नगरवासियों ने शामिल होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
शव यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, गूंजे श्रद्धांजलि के नारे
सामाजिक कार्यों में अग्रणी रहे त्रिवेदी, गरीबों की मदद को याद कर भावुक हुए लोग
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव, बक्सर कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रत्याशी एवं भोजपुरी साहित्य मंडल के अध्यक्ष अनिल कुमार त्रिवेदी का शुक्रवार को पटना में इलाज के दौरान निधन हो गया. उनके निधन की खबर से पूरे जिले में शोक की लहर फैल गई. शनिवार को उनका अंतिम संस्कार चरित्रवन स्थित मुक्तिधाम में किया गया, जहां वे पंचतत्व में विलीन हो गए. शव यात्रा में सैकड़ों की संख्या में नगरवासियों ने शामिल होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
अनिल त्रिवेदी का पार्थिव शरीर उनके अंबेडकर चौक स्थित निवास स्थान से निकला, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए यमुना चौक स्थित उनके पुराने घर और राधाकृष्ण मंदिर पहुंचा. इस दौरान बड़ी संख्या में व्यापारियों और स्थानीय लोगों ने उनके सम्मान में श्रद्धांजलि दी. लोगों ने "जब तक सूरज चाँद रहेगा, अनिल त्रिवेदी का नाम रहेगा" के नारे लगाए. इसके बाद शव यात्रा पुलिस चौकी से होते हुए मुक्तिधाम पहुंची, जहां उनके बड़े पुत्र युवराज त्रिवेदी ने मुखाग्नि दी.
शोक में डूबा बक्सर, राजनीतिक व सामाजिक हस्तियों ने जताया दुख
शव यात्रा में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय, पूर्व प्रदेश सचिव कामेश्वर मिश्रा, डॉ. उमाशंकर तिवारी, चौसा प्रखंड अध्यक्ष राजारमन शुक्ला, बजरंगी सिंह, इटाड़ी प्रखंड अध्यक्ष कमल पाठक, धनजी चौधरी, वशिष्ठ कुमार, दिनेश शर्मा, राम प्रसन्न त्रिपाठी, राज राज, ऋषि राय, बुचा उपाध्याय, सुरेश जायसवाल, पप्पू तिवारी, शिवकांत शरण, गुप्तेश्वर चौबे, उनके पुत्र ईशान त्रिवेदी, श्रीकृष्णा चौबे, विमलेश पाठक, अरुण मोहन भारवि, गोपाल त्रिवेदी, अनुराग त्रिवेदी, अमित त्रिवेदी, मंटू तिवारी, राहुल आनंद, नगर परिषद सभापति प्रतिनिधि नियामतुल्ला फरीदी, डॉ. आशुतोष कुमार, कुंवर कमलेश सिंह, सिद्धेश्वरानंद बकसरी, श्रवण तिवारी, हेरिटेज स्कूल के निदेशक प्रदीप पाठक, श्रीधर शास्त्री, बबन सिंह, राजेश महाराज, रमाकांत तिवारी समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए.
लोक जनहित मंच के जिला प्रभारी तथागत हर्षवर्धन ने कहा कि अनिल त्रिवेदी जैसे सौम्य और हंसमुख व्यक्तित्व का असमय निधन बेहद कष्टदायक है. मंच के प्रदेश कार्य समिति सदस्य बजरंगी सिंह ने भी उनकी आत्मीयता और मृदुल स्वभाव की सराहना की.
शोक प्रकट करने वालों में पूर्व विधायक श्रीकांत पाठक, धनजी चौधरी, राहुल आनंद, मणि शंकर त्रिपाठी, अजय मिश्रा, मोहम्मद सलीम, करुणानिधि तिवारी, राहुल उपाध्याय, स्वयं प्रकाश, रामेश्वर सिंह, प्रकाश शर्मा सहित कई गणमान्य लोग शामिल रहे.
गरीबों के लिए समर्पित रहे त्रिवेदी, अस्पताल के लिए दान की थी जमीन
अनिल त्रिवेदी अपने पीछे तीन पुत्रियां और दो पुत्र छोड़ गए हैं. उनकी दो पुत्रियों का विवाह हो चुका है, जबकि तीसरी पुत्री बीपीएससी परीक्षा पास कर शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं. वे हमेशा समाज सेवा में अग्रणी रहते थे. उन्होंने अपने पैतृक गांव निहालपुर में अस्पताल निर्माण के लिए जमीन दान की थी. इसके अलावा, वे कई गरीब परिवारों की मदद करते थे, जिनका भरण-पोषण भी वे स्वयं करते थे. उनके निधन से वे सभी परिवार गहरे सदमे में हैं.
उनकी सामाजिक और राजनीतिक सेवाओं को याद करते हुए कांग्रेसजनों ने कहा कि उनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता. उनके असमय निधन से जिले ने एक कर्मठ समाजसेवी और जनता के प्रिय नेता को खो दिया है.
0 Comments