बक्सर में करोड़ों की जमीन की फर्जी रजिस्ट्री, परिवार को ऐप से लगी भनक

हाल ही में उनके भतीजे ने एक मोबाइल ऐप पर देखा कि उनकी जमीन की बिक्री हो चुकी है. यह देखकर वह स्तब्ध रह गए और तुरंत लालजी सिंह को इसकी सूचना दी. जब उन्होंने इस बारे में जांच पड़ताल शुरु की, तो फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ.











                                           


  • फर्जी हस्ताक्षर से हुई रजिस्ट्री, मामला उजागर
  • पीड़ित ने टाउन थाना में कराई एफआईआर दर्ज

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : में जमीन की धोखाधड़ी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां फर्जी हस्ताक्षर कर करोड़ों की संपत्ति की रजिस्ट्री करा दी गई. इस जालसाजी का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित परिवार के एक सदस्य ने मोबाइल ऐप के जरिए अपनी जमीन की स्थिति जांची. मामले की गंभीरता को देखते हुए टाउन थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.

औद्योगिक थाना क्षेत्र के दलसागर निवासी लालजी सिंह की जमीन टोल प्लाजा के पास स्थित है. हाल ही में उनके भतीजे ने एक मोबाइल ऐप पर देखा कि उनकी जमीन की बिक्री हो चुकी है. यह देखकर वह स्तब्ध रह गए और तुरंत लालजी सिंह को इसकी सूचना दी. जब उन्होंने इस बारे में जांच पड़ताल शुरू की, तो फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ.

निबंधन कार्यालय में सामने आई साजिश

पीड़ित परिवार ने जब निबंधन कार्यालय से जानकारी ली, तो पता चला कि यह जमीन सिमरी थाना क्षेत्र के केशोपुर निवासी संतोष यादव ने खरीदी है. जब लालजी सिंह ने वहां के उप निबंधक को इस धोखाधड़ी की जानकारी दी, तो पता चला कि फर्जी कागजात बनाकर उनकी जमीन का सौदा कर दिया गया था. उन्होंने कार्यालय में मौजूद अधिकारियों और कर्मियों पर भी इस साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया.

थाने में दर्ज हुई शिकायत, जांच में जुटी पुलिस

घटना की गंभीरता को देखते हुए लालजी सिंह ने टाउन थाना में एफआईआर दर्ज कराई. इस मामले को लेकर टाउन थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है. आरोपितों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

बक्सर में बढ़ रहे हैं जमीन विवाद

बक्सर में हाल के दिनों में जमीन से जुड़े मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. कई बार फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीनों की खरीद-बिक्री कर लोगों को ठगा जा रहा है. इस तरह के मामलों में निबंधन कार्यालय की भूमिका भी संदेह के घेरे में आ रही है. पुलिस इस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है, ताकि इस तरह की धोखाधड़ी पर लगाम लगाई जा सके.












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