रात 8 बजे के बाद यहां से निकलना बेहद खतरनाक हो जाता है. कई बार राहगीर असामाजिक तत्वों के निशाने पर आ चुके हैं. नगर के अन्य क्षेत्रों में जहां रोशनी की समुचित व्यवस्था की जा रही है, वहीं इस मार्ग को नजरअंदाज कर दिया गया है.
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रास्ते में पसरा अंधेरा |
- नाथ बाबा मंदिर जाने वाले नहर मार्ग की बदहाल स्थिति, प्रशासन की अनदेखी
- रात में अंधेरे और जर्जर सड़क से गुजरना जोखिम भरा, स्थानीय लोगों ने जताई चिंता
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा को लेकर जिला मुख्यालय में सौंदर्यीकरण का कार्य जोरों पर है. नगर के प्रमुख इलाकों को रंग-रोगन कर चमकाया जा रहा है, गलियों में रोशनी की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन इसी बीच एक महत्वपूर्ण सड़क उपेक्षा का शिकार बनी हुई है. ज्योति प्रकाश चौक से नाथ बाबा मंदिर जाने वाले नहर मार्ग की स्थिति बेहद जर्जर है. इस मार्ग का उपयोग आम नागरिकों के साथ-साथ जिलाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी भी करते हैं, इसके बावजूद इस सड़क की मरम्मत और रोशनी की उचित व्यवस्था नहीं की गई है.
रात में बढ़ता खतरा, अपराधियों का जमावड़ा
इस मार्ग पर अंधेरा पसरा रहने के कारण राहगीरों को असुविधा का सामना करना पड़ता है. धोबी घाट निवासी राजकुमार ठाकुर बताते हैं कि वह इस सड़क से रोज गुजरते हैं, लेकिन रात 8 बजे के बाद यहां से निकलना बेहद खतरनाक हो जाता है. कई बार राहगीर असामाजिक तत्वों के निशाने पर आ चुके हैं. नगर के अन्य क्षेत्रों में जहां रोशनी की समुचित व्यवस्था की जा रही है, वहीं इस मार्ग को नजरअंदाज कर दिया गया है.
अधिवक्ता और स्थानीय नेता भी जता चुके हैं नाराजगी
बक्सर के अधिवक्ता अश्विनी कुमार वर्मा का कहना है कि यह सड़क अनुमंडल पदाधिकारी के आवास से भी जुड़ी हुई है, लेकिन उसकी बदतर स्थिति यह दर्शाती है कि अधिकारी अपने कर्तव्यों के प्रति संवेदनशील नहीं हैं. सड़क की मरम्मत और रोशनी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए ताकि लोगों को सुरक्षित आवागमन का लाभ मिल सके.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता विनोधर ओझा के अनुसार, यह सड़क बाइपास मार्ग के रूप में भी कार्य करती है. नाथ बाबा मंदिर, सरकारी विभागों के कार्यालय और मालवीय नगर मोहल्ले तक जाने के लिए यह एक प्रमुख मार्ग है. इसके बावजूद जिला प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है, जिससे आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
प्रशासन का क्या है कहना?
इस मामले में नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता आशुतोष कुमार का कहना है कि जल्द ही इस मार्ग पर रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही इस समस्या का समाधान किया जाएगा.
हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की ओर से केवल आश्वासन दिया जाता है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. मुख्यमंत्री की यात्रा से पहले जहां पूरे नगर को चकाचक किया जा रहा है, वहीं यह महत्वपूर्ण सड़क अब भी प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार बनी हुई है.
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