NH-922 पर सड़क हादसे बढ़े, जिले में हर दूसरे दिन एक मौत

प्रशासन से अपील की है कि ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू किया जाए और सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाए, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि अगर जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो आने वाले दिनों में सड़क हादसों की संख्या और बढ़ सकती है.











                                           


  • प्रताप सागर ब्लैक स्पॉट बना, प्रशासन की लापरवाही से बढ़ रही दुर्घटनाएं
  • समाजसेवी कृष्णा शर्मा ने डीएम को सौंपा ज्ञापन, यातायात सुधार की मांग

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर :  राष्ट्रीय राजमार्ग-922 (NH-922) पर गलत लेन में वाहन चलाने, सड़क किनारे ट्रकों के खड़े होने और प्रशासनिक लापरवाही के चलते सड़क हादसों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. जनवरी 2025 में अब तक 12 सड़क दुर्घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं. प्रताप सागर क्षेत्र ब्लैक स्पॉट बन चुका है, लेकिन अब तक प्रशासन ने इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए हैं.

सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णा शर्मा एवं उनकी टीम ने पहल करते हुए वाहन चालकों को सही लेन में चलने के लिए प्रेरित करना शुरू किया है. हालांकि, कृष्णा शर्मा का कहना है कि जैसे ही वह सड़क से हटते हैं, वाहन चालक दोबारा गलत लेन में गाड़ी चलाने लगते हैं, जिससे दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी रहता है.


डीएम को सौंपा ज्ञापन, ट्रैफिक सुधार की मांग

समाजसेवी कृष्णा शर्मा ने NH-922 पर हो रही दुर्घटनाओं और यातायात अव्यवस्था को लेकर बक्सर जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. उन्होंने कृष्णाब्रह से लेकर बक्सर गोलंबर और कोरानसराय से पुराना भोजपुर तक लगने वाले महाजाम को गंभीर समस्या बताते हुए प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग की.

ज्ञापन में उठाई गई मुख्य मांगें:

  1. रॉन्ग साइड परिचालन पर रोक: गलत लेन में वाहन चलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
  2. बालू लदे ट्रकों का एकतरफा परिचालन: भारी वाहनों के लिए एक निर्धारित लेन बनाई जाए, ताकि अन्य वाहनों के लिए रास्ता सुरक्षित रहे.
  3. चेतावनी बोर्ड की स्थापना: NH-922 के दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्रों में हर 500 मीटर पर रेडियम युक्त चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं.
  4. पुलिस तैनाती: ढाकाइच, नवाडेरा और प्रताप सागर के कटिंग प्वाइंट्स पर दो-दो पुलिसकर्मियों की स्थायी तैनाती हो.
  5. रेड जोन में एंबुलेंस की व्यवस्था: ढाकाइच से पड़री तक सड़क दुर्घटनाओं का रेड जोन घोषित कर वहां एंबुलेंस की सुविधा दी जाए.
  6. अवैध खनन माफिया पर कार्रवाई: रात 2 बजे से सुबह 7 बजे तक बालू लदे ट्रकों के अवैध परिचालन पर रोक लगाई जाए.


जनवरी 2025 में अब तक 12 सड़क हादसे हो चुके हैं, जिनमें 14 लोगों की जान गई और 6 लोग घायल हुए हैं. यदि प्रशासन ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाए, तो आने वाले महीनों में सड़क हादसे और बढ़ सकते हैं.

अधिकारियों ने कहा - सख्ती जारी

मामले में अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्रा ने कहा कि सदर अनुमंडल में ट्रकों को एक ही लेन में खड़ा कराया गया है. छोटे वाहन दूसरी लेन से आ सकते हैं, लेकिन फिर भी लोग जानबूझकर गलत लेन में वाहन चला रहे हैं. ऐसे लोगों पर कार्रवाई होगी.

वहीं, ट्रैफिक डीएसपी संजय कुमार का कहना है कि गलत लेन में वाहन चलाने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है और भारी जुर्माना भी वसूला जा रहा है.

समाजसेवी कृष्णा शर्मा की अपील

समाजसेवी कृष्णा शर्मा ने प्रशासन से अपील की है कि ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू किया जाए और सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाए, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि अगर जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो आने वाले दिनों में सड़क हादसों की संख्या और बढ़ सकती है.











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