संवेदक प्लेटफार्म संख्या एक पर स्थित शौचालय का संचालन कर रहा है, जबकि प्लेटफार्म संख्या दो और तीन के शौचालयों को बंद कर दिया गया है. इसके अलावा, शौचालयों का टैंक साफ न कराए जाने के कारण मल-मूत्र नालियों में बहकर जीप स्टैंड की तरफ जा रहा है, जिससे न सिर्फ यात्रियों बल्कि अन्य नागरिकों को भी परेशानी हो रही है.
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शौचालय में बंद ताला |
- शौचालयों की अनियमितता से बढ़ी परेशानी
- संवेदक की मनमानी से नागरिकों की सेहत पर खतरा
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए बनवाए गए शौचालय अब असुविधा का कारण बन गए हैं. जहां एक ओर रेलवे ने शौचालयों का निर्माण और संचालन यात्रियों की सुविधा के लिए किया था, वहीं दूसरी ओर शौचालयों के संचालन में मनमानी और सफाई की नाकामी सामने आई है. प्लेटफार्म संख्या एक पर तो शौचालय संचालित है, लेकिन प्लेटफार्म संख्या दो और तीन पर यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि वहां पर शौचालय बंद पड़े हैं.
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नाली में बहता मल युक्त पानी |
रेलयात्री और सामाजिक कार्यकर्ता अश्विनी कुमार वर्मा का कहना है, “रेलवे तो राजस्व की वसूली बखूबी करता है, लेकिन यात्रियों की सुविधा के नाम पर यह सिर्फ मजाक हो रहा है. जब पे एंड यूज शौचालय बनवाए गए हैं, तो यात्रियों को सुविधा क्यों नहीं मिल रही?”
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता विनोद धार ओझा ने इस मामले पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा, “क्या इससे बड़ा दुर्भाग्य हो सकता है कि रेलवे शौचालय का मल नाले के माध्यम से बाहर बहा रहा है? यह नागरिकों की सेहत के लिए खतरा बन सकता है. अगर जल्दी सुधार नहीं हुआ तो हम इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे.”
संवेदक द्वारा मनमानी : शौचालयों की स्थिति गंभीर
रेलवे द्वारा शौचालयों का संचालन संवेदक को सौंपा गया है, और जिम्मेदारी फरवरी 2028 तक संवेदक निशिकांत को दी गई है. हालांकि, यह संवेदक प्लेटफार्म संख्या एक पर स्थित शौचालय का संचालन कर रहा है, जबकि प्लेटफार्म संख्या दो और तीन के शौचालयों को बंद कर दिया गया है. इसके अलावा, शौचालयों का टैंक साफ न कराए जाने के कारण मल-मूत्र नालियों में बहकर जीप स्टैंड की तरफ जा रहा है, जिससे न सिर्फ यात्रियों बल्कि अन्य नागरिकों को भी परेशानी हो रही है, बल्कि बीमारी का खतरा भी उत्पन्न हो रहा है.
सीटीआई अजय कुमार ने बताया, “हमने बार-बार संवेदक से सअनुरोध किया, लेकिन उनकी तरफ से कोई पहल नहीं की गई. सभी शौचालयों का संचालन नहीं हो रहा है, और गंदगी की शिकायतों के बावजूद टंकी की सफाई नहीं कराई जा रही है.”
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शौचालय की भरी टंकी का अवलोकन करते सी एच आई |
शौचालय टंकी की सफाई की जरूरत
सीएचआई संजीव कुमार का कहना है, “शौचालय की टंकी जाम रहने के कारण मल सीधे नाली में जा रहा है, जिससे नाली भी जाम हो रही है. ऐसे में शौचालय की टंकी की सफाई तुरंत कराए जाने की आवश्यकता है.”
संवेदक का जवाब: शौचालय की स्थिति जर्जर
इस मामले पर संवेदक का कहना है, “प्लेटफार्म संख्या दो और तीन पर स्थित शौचालय जर्जर स्थिति में हैं. उनका पाइप भी जाम हो चुका है, और शौचालय की छत भी कभी गिर सकती है, जिससे यात्रियों को चोट लग सकती है. इसलिए जब तक मरम्मत नहीं कराई जाएगी, तब तक शौचालय का संचालन संभव नहीं है. हम वरीय मंडल प्रबंधक को पत्र लिखकर सूचित कर चुके हैं और जल्द ही शौचालय की टंकी की सफाई की जाएगी.”
निरंतर परेशानी का सामना कर रहे यात्रियों को राहत की उम्मीद
बक्सर रेलवे स्टेशन पर शौचालयों की स्थिति को लेकर यात्रियों को लगातार परेशानी हो रही है. साफ सफाई की व्यवस्था का न होना और शौचालयों के सही संचालन की कमी से रेलवे प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. अब देखना यह है कि रेलवे प्रशासन इस समस्या को कब और कैसे सुलझाता है और यात्रियों को राहत प्रदान करता है.
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