उनका कहना है कि पाकिस्तान इस प्रकार के हमलों को अकेले अंजाम नहीं दे सकता. "हमें यह भी देखना होगा कि हमारे ही बीच कौन लोग ऐसे हैं, जो देश के दुश्मनों का साथ दे रहे हैं. किसी भी बाहरी हमले में जब तक अंदरूनी समर्थन न हो, तब तक इस तरह की घटना अंजाम तक नहीं पहुंच सकती.
- बुद्धिजीवियों ने पहलगाम हमले की निंदा की, पाक को जवाब देने की उठी मांग
- डॉ मेजर पी के पांडेय बोले- इंटेलिजेंस फेल, भीतर के विभीषणों पर भी हो कार्रवाई
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जहां देशभर में रोष का माहौल है, वहीं बक्सर भी इससे अछूता नहीं रहा. शहर के बुद्धिजीवियों, सामाजिक संगठनों और आम नागरिकों ने इस हमले की तीव्र निंदा करते हुए पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. हर गली-चौराहे पर चर्चा इसी बात की हो रही है कि आखिर कब तक हमारे जवान यूं शहीद होते रहेंगे और हम सिर्फ निंदा करते रहेंगे.
लेकिन इन सबके बीच बक्सर के प्रख्यात चिकित्सक व सेना में सेवाएं दे चुके डॉक्टर मेजर पी के पांडेय का बयान सुर्खियों में है. उनका कहना है कि पाकिस्तान इस प्रकार के हमलों को अकेले अंजाम नहीं दे सकता. "हमें यह भी देखना होगा कि हमारे ही बीच कौन लोग ऐसे हैं, जो देश के दुश्मनों का साथ दे रहे हैं. किसी भी बाहरी हमले में जब तक अंदरूनी समर्थन न हो, तब तक इस तरह की घटना अंजाम तक नहीं पहुंच सकती," उन्होंने दो टूक कहा.
मेजर पांडेय ने कहा कि यह वक्त सिर्फ पाकिस्तान को कोसने का नहीं है, बल्कि उन भीतरघातियों की पहचान और सख्त कार्रवाई का भी है, जो देश के अंदर छुपे बैठे हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि हमारी इंटेलिजेंस एजेंसियां आखिर कहां चूक रहीं हैं? उन्होंने चेताया कि अगर अब भी ऐसे गद्दारों को नहीं उखाड़ा गया, तो भविष्य में और भी बड़े हादसे हो सकते हैं.
बक्सर के अन्य बुद्धिजीवियों ने भी मेजर पांडेय के विचारों का समर्थन किया है. कई लोगों ने कहा कि अब केवल कड़ी निंदा और मोमबत्ती मार्च से काम नहीं चलेगा. सरकार को न केवल सीमा पार कार्रवाई करनी चाहिए, बल्कि देश के भीतर मौजूद हर उस व्यक्ति पर भी शिकंजा कसना चाहिए जो आतंकियों के मंसूबों को सफल बना रहा है.
पहलगाम हमले के बाद बक्सर में देशभक्ति की भावना चरम पर है और लोग सरकार से ठोस कदम की उम्मीद कर रहे हैं.
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