रंगदारी मांगने की घटना पर व्यवसायियों का फूटा आक्रोश

मामले में जहां पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, वहीं अब व्यवसायिक संगठनों ने प्रशासन पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं. वैश्य महासम्मेलन की जिलाध्यक्ष कंचन देवी और चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाए हैं.









                                           




  • वैश्य महासम्मेलन और चैंबर ऑफ कॉमर्स ने प्रशासन को घेरा
  • व्यवसायियों की सुरक्षा को लेकर उठे सवाल, कार्रवाई की मांग तेज

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : होटल व्यवसायी हेमंत सिंह से रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने की घटना के बाद बक्सर के व्यवसायियों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है. इस मामले में जहां पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, वहीं अब व्यवसायिक संगठनों ने प्रशासन पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं. वैश्य महासम्मेलन की जिलाध्यक्ष कंचन देवी और चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

वैश्य महासम्मेलन की जिलाध्यक्ष कंचन देवी ने इस घटना को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि यह हमला इस बात का संकेत है कि प्रशासन के सुरक्षा को लेकर किए जा रहे दावे पूरी तरह खोखले हैं. उन्होंने पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य से मांग की है कि गिरफ्तार आरोपी के अलावा अन्य कौन लोग इस साजिश में शामिल हैं, इसकी गहन जांच करवाई जाए और सभी दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाए.

वहीं, चैंबर ऑफ कॉमर्स के राज्य सचिव दौलत चंद्रगुप्त ने कहा कि होटल व्यवसायी से रंगदारी मांगी गई और जान से मारने की धमकी दी गई, जिससे शहर के व्यवसायियों में दहशत का माहौल है. उन्होंने बताया कि बक्सर चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधिमंडल ने कई बार प्रशासन से मिलकर व्यवसायियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है, लेकिन आज तक ठोस कदम नहीं उठाए गए.

दौलत चंद्रगुप्त ने सवाल उठाया कि यदि कोई व्यवसायी अपनी सुरक्षा के लिए लाइसेंसी हथियार लेना चाहता है, तो उसके आवेदन वर्षों से लंबित रखे जाते हैं. उन्होंने प्रशासन से मांग की कि अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और व्यवसायियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए.

व्यवसायिक संगठनों के तेवर को देखते हुए अब प्रशासन पर दबाव बढ़ता जा रहा है. टाउन थाना पुलिस पहले ही एक आरोपी को जेल भेज चुकी है और मामले की जांच में जुटी है. अब देखना यह होगा कि व्यवसायियों की मांगों के अनुरूप आगे क्या ठोस कदम उठाए जाते हैं.










Post a Comment

0 Comments