स्थानीय नागरिकों और मंदिर प्रबंध समिति के सदस्यों ने इस ऐतिहासिक मंदिर की स्थिति को ध्यान में रखते हुए उसके पुर्ननिर्माण की मांग की है. समिति का कहना है कि यह मंदिर काफी पुराने समय से यहां मौजूद है और इसकी मान्यता भी विशेष है.
- अंबेडकर चौक स्थित प्राचीन मंदिर को लेकर समिति सक्रिय
- अनुमंडल पदाधिकारी से जल्द अनुमति लेने की तैयारी
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : नगर के अंबेडकर चौक के पास स्थित स्वयंभू हनुमान मंदिर के जीर्णोद्धार की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है. स्थानीय नागरिकों और मंदिर प्रबंध समिति के सदस्यों ने इस ऐतिहासिक मंदिर की स्थिति को ध्यान में रखते हुए उसके पुर्ननिर्माण की मांग की है. समिति का कहना है कि यह मंदिर काफी पुराने समय से यहां मौजूद है और इसकी मान्यता भी विशेष है.
समिति के सक्रिय सदस्य शुशील मानसिंहका, राहुल कुमार समेत अन्य लोगों ने बताया कि मंदिर करीब छह फीट चौड़ा और सात फीट लंबा है. यह मंदिर हनुमान जी की स्वयंभू प्रतिमा के कारण श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर की जमीन बिहार सरकार के खतियान में दर्ज है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि भूमि विवाद से परे है और इसका जीर्णोद्धार पूरी तरह से वैध है.
समिति ने घोषणा की है कि मंदिर के निर्माण हेतु अनुमंडल पदाधिकारी से शीघ्र अनुमति ली जाएगी. इसके लिए बाहर से विशेष कारीगर बुलाए जाएंगे ताकि मंदिर का निर्माण प्राचीन शैली और धार्मिक मर्यादाओं के अनुरूप किया जा सके. साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं भी की जाएंगी.
नियमित रूप से मंदिर में पूजा-अर्चना करने वाले अधिवक्ता मनीष दुबे ने भी मंदिर के महत्व को रेखांकित करते हुए जीर्णोद्धार की मांग का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि यह मंदिर मात्र एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि लोगों की आस्था और विश्वास का प्रतीक है. उनकी मान्यता है कि यहां हनुमान जी स्वयं प्रकट हुए थे और उनकी प्रतिमा भी स्वयंभू है, जिसे किसी ने स्थापित नहीं किया.
मनीष दुबे सहित अन्य श्रद्धालुओं ने प्रशासन से आग्रह किया है कि वे इस धार्मिक भावना को समझते हुए मंदिर के पुर्ननिर्माण की अनुमति शीघ्र दें. लोगों को उम्मीद है कि प्रशासन इस दिशा में सकारात्मक पहल करेगा, ताकि श्रद्धालु एक भव्य और व्यवस्थित मंदिर में पूजा कर सकें.
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