कहा कि यह हमला सिर्फ 26 हिंदुओं पर नहीं हुआ है, बल्कि पूरे सनातन समाज की अस्मिता पर हमला है. उन्होंने कहा – “मैं हमेशा कहता हूं, जब तक हम एक नहीं होंगे, तब तक सुरक्षित नहीं रह सकते.

- आतंकवादियों ने धर्म पूछकर किए 26 हिंदुओं की निर्मम हत्या, देशभर में रोष
- विश्वामित्र सेना का ऐलान – एकजुटता ही सनातन समाज की सबसे बड़ी शक्ति
बक्सर टॉप न्यूूूूज़, बक्सर : कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने समूचे देश को झकझोर कर रख दिया है. योजनाबद्ध तरीके से हिंदू पर्यटकों की पहचान पूछकर की गई हत्या केवल मानवता पर आघात नहीं है, बल्कि यह भारत के सनातन समाज की जड़ों पर किया गया सीधा प्रहार है. अब समय आ गया है कि समाज जागे, अन्यथा आने वाली पीढ़ियां इस चुप्पी को कभी क्षमा नहीं करेंगी.
इस वीभत्स घटना को लेकर विश्वामित्र सेना ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए तीखा विरोध दर्ज कराया है. संगठन के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे ने कहा कि यह हमला सिर्फ 26 हिंदुओं पर नहीं हुआ है, बल्कि पूरे सनातन समाज की अस्मिता पर हमला है. उन्होंने कहा – “मैं हमेशा कहता हूं, जब तक हम एक नहीं होंगे, तब तक सुरक्षित नहीं रह सकते. यह कायराना हमला हमारे अस्तित्व को चुनौती दे रहा है. अब समय आ गया है कि हम एकजुट होकर ऐसे षड्यंत्रों को मुंहतोड़ उत्तर दें.”
राजकुमार चौबे ने चेतावनी दी कि यदि हिंदू समाज इस समय भी मौन रहा, तो इतिहास यह खामोशी कभी माफ नहीं करेगा. यह घटना किसी एक राज्य या वर्ग की पीड़ा नहीं, बल्कि पूरे देश की चेतना को झकझोरने वाला प्रसंग है.
विश्वामित्र सेना ने पूरे देश के सनातन समाज से आह्वान किया है कि इस घटना को केवल समाचार समझकर न छोड़ें, बल्कि इसे एक चेतावनी मानें. संगठन ने स्पष्ट किया है कि वह इस संघर्ष में समाज के साथ खड़ा है और हर कदम पर साथ देगा.
यह समय आत्ममंथन का है. यदि आज भी हम नहीं जागे, तो कल हमारा अस्तित्व प्रश्नों के घेरे में होगा.
0 Comments