जवही जगदीशपुर में शुरु हुआ श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ, शोभायात्रा में उमड़े हजारों श्रद्धालु ..

क्षेत्र के हजारों महिला-पुरुष श्रद्धालुओं ने भाग लिया. कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालु गाजे-बाजे, हाथी-घोड़े और धार्मिक झांकियों के साथ गोकुल जलाशय स्थित मणिपुर घाट पहुंचे, जहां से पवित्र जल लेकर यज्ञ स्थल की ओर लौटे.










                                           





  • 15 मई से रोजाना होगी श्रीमद्भागवत कथा. रामलीला मंचन में हरिद्वार और अयोध्या के कलाकार लेंगे भाग
  • 22 मई को पूर्णाहुति और भंडारे के साथ संपन्न होगा यज्ञ. राजस्थान से कंबल वाले बाबा के आगमन की संभावना

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिले के ब्रह्मपुर प्रखंड के जवही जगदीशपुर गांव में बुधवार को बड़े ही धूमधाम से श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ सह श्रीमद्भागवत कथा की शुरुआत हुई. आयोजन की शुरुआत भव्य शोभायात्रा और जलभरी कार्यक्रम के साथ हुई, जिसमें क्षेत्र के हजारों महिला-पुरुष श्रद्धालुओं ने भाग लिया. कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालु गाजे-बाजे, हाथी-घोड़े और धार्मिक झांकियों के साथ गोकुल जलाशय स्थित मणिपुर घाट पहुंचे, जहां से पवित्र जल लेकर यज्ञ स्थल की ओर लौटे. पूरा वातावरण भक्तिमय और संगीतमय था.

इस धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन गांव के समस्त ग्रामीणों द्वारा श्रीगंगा पुत्र तिरंगे स्वामी जी महाराज के अनुशासन में किया जा रहा है. आयोजकों के अनुसार यह महायज्ञ 22 मई तक चलेगा. यज्ञ स्थल को भव्य रूप से सजाया गया है, जहां श्रद्धालु प्रतिदिन शाम 4 बजे से 7 बजे तक श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करेंगे. कथा वाचन में सुप्रसिद्ध कथा वाचक साध्वी व संतों की भागीदारी तय है. कथा के दौरान धर्म, भक्ति और जीवन मूल्यों की गूढ़ व्याख्या की जाएगी.

कथा के उपरांत प्रत्येक दिन रात्रि 8 बजे से 12 बजे तक रामलीला का आयोजन किया जाएगा. रामलीला में अयोध्या, हरिद्वार एवं अन्य धार्मिक स्थलों से आए कलाकार भाग लेंगे. राम जन्म, ताड़का वध, सीता स्वयंवर, वनवास, रावण वध जैसे प्रसंगों का मंचन किया जाएगा, जिसे देखने बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ने की संभावना है.

22 मई को विशाल भंडारे का आयोजन होगा, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं को प्रसाद ग्रहण कराया जाएगा. इसी दिन विधिवत पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ संपन्न होगा. आयोजन समिति ने बताया कि इस धार्मिक अनुष्ठान के अवसर पर राजस्थान के प्रसिद्ध संत कंबल वाले बाबा का भी आगमन संभावित है. आयोजकों के अनुसार बाबा विभिन्न प्रकार के रोगों का उपचार अपने विशेष अंदाज में करते हैं—वह मरीजों को कंबल ओढ़ा कर आध्यात्मिक उपचार करते हैं. हालांकि अभी उनके आने का समय तय नहीं हो सका है.

यज्ञ समिति ने क्षेत्र के सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में आयोजन स्थल पर पहुंचें और पुण्य लाभ प्राप्त करें. सुरक्षा और सुव्यवस्था हेतु स्थानीय युवाओं की एक टोली बनाई गई है, जो आयोजन स्थल पर व्यवस्थाएं देखेगी. इस धार्मिक कार्यक्रम को सफल बनाने में जवही जगदीशपुर के ग्रामीणों के अलावा आसपास के दर्जनों गांवों के श्रद्धालुओं की भी सक्रिय भागीदारी देखी जा रही है.

ग्रामीणों ने बताया कि यह आयोजन गांव के लिए गौरव की बात है और इससे सामाजिक एकता, धार्मिक चेतना तथा आपसी सहयोग की भावना को भी बल मिलेगा. यज्ञस्थल पर चारों ओर धार्मिक झंडे, रंग-बिरंगे कपड़े और रोशनी से सजे मंडप श्रद्धालुओं को अध्यात्म में डुबो रहे हैं.










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