कहा कि जीवन में लक्ष्य का चयन अत्यंत आवश्यक है. लेकिन उससे भी अधिक जरूरी यह जानना है कि उस लक्ष्य की प्राप्ति कैसे संभव है. यदि दिशा स्पष्ट हो तो मंजिल तक पहुँचना आसान हो जाता है.
- सच सपना है प्रतियोगिता में रानी कुमारी मौर्य ने पाया पहला स्थान
- अनुशासन, एकाग्रता और धैर्य को बताया गया सफलता की कुंजी
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : स्थानीय श्वेत नगर स्थित दीपक मैथ क्लासेज में "सुखी निरोगी जीवन" विषय पर एक प्रेरणादायक वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों को उनके जीवन को सुखमय बनाने के साथ-साथ करियर के प्रति जागरूक करना था. वर्कशॉप में छात्रों को लक्ष्य निर्धारण, एकाग्रता, अनुशासन और आत्मविश्लेषण के गुर सिखाए गए.
कार्यक्रम की मुख्य विशेषता "सच सपना है" शीर्षक पर आधारित एक विषयनिष्ठ लिखित प्रतियोगिता रही. इसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने भाग लिया. प्रतियोगिता में रानी कुमारी मौर्य ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान प्राप्त किया. आयोजन के अंत में दीपक कुमार ने सभी विद्यार्थियों और अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया.
वर्कशॉप के संचालक शशि भूषण मिश्र ने कहा कि जीवन में लक्ष्य का चयन अत्यंत आवश्यक है. लेकिन उससे भी अधिक जरूरी यह जानना है कि उस लक्ष्य की प्राप्ति कैसे संभव है. यदि दिशा स्पष्ट हो तो मंजिल तक पहुँचना आसान हो जाता है.
मुख्य वक्ता श्री रामेश्वर प्रसाद वर्मा ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि हर रात की सुबह होती है. जीवन में धैर्य जरूरी है. बिना धैर्य के कोई भी सफलता प्राप्त नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों में भी मनोबल बनाए रखना चाहिए.
शिक्षाविद् उमेश पाठक 'रवि' ने ध्यान और चित्त की एकाग्रता को सफलता का मूल मंत्र बताया. उन्होंने कहा कि प्रयत्न और एकाग्रता दोनों ही सफलता की दिशा तय करते हैं. वहीं रविंद्र कुमार मिश्र ने अनुशासन को जीवन की सबसे बड़ी सीख बताया. उन्होंने कहा कि बिना अनुशासन के सफलता अधूरी होती है.
इस अवसर पर शशि भूषण मिश्र, दीपक कुमार, उमेश पाठक 'रवि', रविंद्र कुमार मिश्र सहित कई शिक्षाविद् मौजूद रहे. वर्कशॉप में छात्रों ने पूर्ण उत्साह और आत्मविश्वास के साथ भाग लिया. कार्यक्रम ने न केवल उन्हें प्रेरित किया बल्कि आत्ममंथन का अवसर भी दिया.
0 Comments