वीडियो : पड़री गोलीकांड में नया मोड़ : हाई कोर्ट कर्मचारी ने बताई साजिश की कहानी ..

कहा कि वह पटना में सरकारी नौकरी करते हैं और गांव में आते ही विवाद में फंसाने की कोशिश की जाती है. इतना ही नहीं इसी मामले को लेकर वह फेसबुक पर भी उनको धमकी दे रहे हैं. ऐसे में वह खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.

मामले की जानकारी देते पीड़ित









                                           





- भूमि विवाद से उपजी रंजिश का आरोप, विक्रेता ने भी दिया समर्थन
- एसपी बोले- दोनों पक्षों के साक्ष्यों की हो रही गहन जांच

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के औद्योगिक थाना क्षेत्र के पड़री गांव में भूमि विवाद को लेकर छिनतई और फायरिंग के आरोपों का मामला उलझता जा रहा है. मंगलवार को सामने आए दूसरे पक्ष ने घटना की पूरी कहानी ही पलट दी है. पटना हाई कोर्ट में कार्यरत कर्मचारी नरेश कुमार यादव ने खुद पर लगे सभी आरोपों को झूठा करार दिया है और इसे जमीन विक्रेता के पाटीदारों द्वारा रची गई साजिश बताया है. उन्होंने थाने में आवेदन देकर दावा किया है कि वास्तविक पीड़ित वे स्वयं हैं. 

नरेश यादव ने कहा कि तीन मई की शाम वह पड़री मोड़ पर चाय पी रहे थे, तभी रवि कुमार नामक युवक से बहस हुई थी, जो स्थानीय लोगों के बीच-बचाव से वहीं शांत हो गई. इसके बावजूद बाद में उन पर फर्जी तरीके से छिनतई और गोलीबारी जैसे संगीन आरोप लगाए गए. उन्होंने उलटे आरोप लगाते हुए कहा कि बहस के दौरान ही रवि कुमार और उसके साथियों ने उनके गले से सोने की चेन और पांच हजार रुपये छीन लिए. नरेश ने कहा कि वह पटना में सरकारी नौकरी करते हैं और गांव में आते ही विवाद में फंसाने की कोशिश की जाती है. इतना ही नहीं इसी मामले को लेकर वह फेसबुक पर भी उनको धमकी दे रहे हैं. ऐसे में वह खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.

मामले में जमीन बेचने वाली कंचन देवी भी नरेश यादव के समर्थन में सामने आईं. कंचन देवी ने कहा कि उन्होंने वर्ष 2023 में अपनी निजी जमीन नरेश यादव को बेची थी. उनका कहना है कि उनका कोई भाई नहीं है, चार बहनें ही हैं और संपत्ति को लेकर उनके पाटीदारों द्वारा नरेश यादव को लगातार परेशान किया जा रहा है. कंचन देवी ने भी लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद और षड्यंत्रपूर्ण बताया है.

एसपी शुभम आर्य ने बताया कि दोनों पक्षों की तरफ से थाने में आवेदन मिले हैं और कुछ साक्ष्य भी प्रस्तुत किए गए हैं. पुलिस निष्पक्ष जांच कर रही है. एसपी ने यह भी बताया कि भूमि विवाद से जुड़े मामलों के समाधान के लिए हर शनिवार को थाना स्तर पर जनता दरबार आयोजित होता है. जिनमें उपस्थित होकर लोग समाधान का प्रयास कर सकते हैं.

पहले पक्ष का आरोप

रवि कुमार ने रविवार को थाने में आवेदन देकर आरोप लगाया था कि तीन मई की रात जब वह 80 हजार रुपये लेकर कुशवाहा भवन में चंदा देने जा रहे थे, तभी गांव के ही नरेश यादव, राहुल यादव और रोहित यादव ने उन्हें हथियार के बल पर रोककर रुपये छीन लिए. आरोप यह भी लगाया गया कि शिकायत करने पर आरोपितों ने उनके घर के बाहर तीन राउंड फायरिंग की. रवि ने बताया था कि जमीन के पुराने विवाद के कारण ही उन्हें धमकाया और नुकसान पहुंचाया गया.

फिलहाल दोनों पक्षों के बीच बयान और दावों को लेकर पुलिस गंभीरता से जांच में जुटी हुई है. पुलिस का कहना है कि सत्यापन के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी.

वीडियो : 










Post a Comment

0 Comments