सोवां गांव में बिजली समस्या पर भड़के ग्रामीण, 15 अगस्त के बाद आंदोलन का ऐलान – बोले, वादाखिलाफी बर्दाश्त नहीं ..

ग्रामीणों ने बिजली आपूर्ति की बदतर स्थिति को लेकर 15 अगस्त के बाद आंदोलन का ऐलान किया. ग्रामीणों का कहना है कि पावरग्रिड निर्माण के समय अधिकारियों ने जो वादे किए थे, वे अब तक पूरे नहीं हुए हैं और इस वादाखिलाफी को अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.









                                           







  • विशेष फीडर, 18 घंटे कृषि बिजली और असामाजिक गतिविधियों पर रोक की मांग
  • ग्रामीणों ने चेताया – समाधान नहीं हुआ तो होगा चरणबद्ध आंदोलन

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिले के डुमरांव प्रखंड के सोवां गांव स्थित बाबा भुवरनाथ सरोवर के पास रविवार को गणमान्य लोगों, समाजसेवियों और युवाओं की आवश्यक बैठक आयोजित की गई, जिसमें ग्रामीणों ने बिजली आपूर्ति की बदतर स्थिति को लेकर 15 अगस्त के बाद आंदोलन का ऐलान किया. ग्रामीणों का कहना है कि पावरग्रिड निर्माण के समय अधिकारियों ने जो वादे किए थे, वे अब तक पूरे नहीं हुए हैं और इस वादाखिलाफी को अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

बैठक की अध्यक्षता समाजसेवी मुमताज अंसारी ने की तथा संचालन राजकिशोर यादव उर्फ मास्टर ने किया. इस अवसर पर लोक कल्याणकारी मंच के संयोजक डॉ. सुधीर कुमार सिंह, मुखिया प्रतिनिधि शिवजी पासवान, पंचायत समिति सदस्य आलम हुसैन, रेल यात्री कल्याण समिति टुड़ीगंज के कुमार रामावतार और महाशिवरात्रि महोत्सव समिति के अध्यक्ष अजय यादव भी मौजूद रहे.

बैठक में सर्वसम्मति से तीन प्रस्ताव पारित किए गए—पहला, सोवां गांव की बड़ी आबादी को देखते हुए अलग से विशेष फीडर की व्यवस्था की जाए. दूसरा, कृषि फीडर में कम से कम 18 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित हो. तीसरा, पावरग्रिड परिसर में शाम होते ही लगने वाले असामाजिक तत्वों के जमावड़े और रात्रिकालीन पार्टियों पर सख्त रोक लगाई जाए.

डॉ. सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि पावरग्रिड के लिए ग्रामीणों ने भारी मात्रा में जमीन उपलब्ध कराई थी, बदले में अलग फीडर और 24 घंटे बिजली का आश्वासन दिया गया था, लेकिन पावरग्रिड स्थापित होने के बाद गांव को नजरअंदाज कर दिया गया. अब तो ऑपरेटर भी मनमानी करने लगे हैं.

मुखिया प्रतिनिधि शिवजी पासवान ने कहा कि सोवां गांव के लिए अलग फीडर और 24 घंटे बिजली आपूर्ति की मांग को लेकर अब आर-पार की लड़ाई होगी, जिसकी शुरुआत 15 अगस्त के बाद आंदोलन से होगी. वहीं, अधिवक्ता कुमार रामावतार ने कहा कि जिस गांव में बड़ा प्रोजेक्ट स्थापित होता है, वहां प्राथमिकता के आधार पर सुविधा दी जाती है, लेकिन सोवां गांव की हालत विपरीत है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा.

बैठक में बीजेन्द्र कुमार महतो, जयकिशोर यादव, सोनू सर, निक्की सिंह, माझील शर्मा, राहुल यादव, मो. जब्बार, मंगरु महतो, मनोहर शर्मा, मो. जिलानी, मंटु महतो सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे.








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