कार्यक्रम की शुरुआत भोजपुरी साहित्य मण्डल के संरक्षक गणेश उपाध्याय द्वारा सभी दिवंगतों के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर की गई. इसके बाद व्याख्यान सत्र का शुभारंभ हुआ.
- साहित्यकारों और पत्रकारों के योगदान को किया गया याद
- बक्सर में आयोजित हुआ भावपूर्ण श्रद्धांजलि समारोह
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : भोजपुरी साहित्य मण्डल – बक्सर के बैनर तले आयोजित श्रद्धांजलि सभा में हिन्दी और भोजपुरी के दिवंगत साहित्यकार स्व. अतुल मोहन प्रसाद, वरिष्ठ पत्रकार स्व. मन्नू जी मद्धेसिया और हिंदुस्तान अखबार के पत्रकार स्व. जितेंद्र कुमार को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई. कार्यक्रम आर्या एकेडमी – बक्सर में आयोजित हुआ. इन तीनों महान हस्तियों का निधन 9 नवंबर 2025 को हुआ था. सभा की शुरुआत दो मिनट के मौन के साथ हुई, जहां शहर के बुद्धिजीवी, पत्रकार, साहित्यप्रेमी, सामाजिक कार्यकर्ता और कई राजनीतिक हस्तियाँ उपस्थित रहीं.
कार्यक्रम की शुरुआत भोजपुरी साहित्य मण्डल के संरक्षक गणेश उपाध्याय द्वारा सभी दिवंगतों के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर की गई. इसके बाद व्याख्यान सत्र का शुभारंभ हुआ. सभा का संचालन कर रहे भोजपुरी साहित्य मण्डल के महासचिव डॉ. वैरागी प्रभाष चतुर्वेदी ने कहा कि स्व. अतुल मोहन प्रसाद हिन्दी और भोजपुरी के ऐसे साइलेंट लेखक थे, जो प्रचार से दूर रहकर लगातार लेखन में सक्रिय रहे. उन्होंने कहा कि स्व. मन्नू जी मद्धेसिया एक कर्मठ पत्रकार थे, जिन्होंने जीवन के अंतिम समय तक पत्रकारिता धर्म का पूरी निष्ठा से निर्वाह किया. वहीं स्व. जितेंद्र कुमार कस्बाई और ग्रामीण पत्रकारिता के एक मजबूत स्तंभ थे, जिन्होंने वर्षों तक हिंदुस्तान अखबार में बेहतरीन सेवाएँ दीं.
सभा की अध्यक्षता कर रहे भोजपुरी साहित्य मण्डल के अध्यक्ष प्रो. अरुण मोहन भारवि ने कहा कि स्व. अतुल मोहन प्रसाद उनकी लेखकीय पीढ़ी के एक महत्वपूर्ण स्तंभ थे. उनकी लघुकथाएँ हिन्दी और भोजपुरी जगत में सदैव याद की जाएंगी. उन्होंने स्व. मन्नू जी को बक्सर की सबसे पुरानी पत्रकार पीढ़ी का संवेदनशील प्रतिनिधि बताया, जो बनारस से जुड़े रहते हुए भी बक्सर की पत्रकारिता को नियमित रूप से सहयोग देते रहे. स्व. जितेंद्र को उन्होंने कुशल संवाद लेखक और निष्ठावान पत्रकार बताया.
कवि शिव बहादुर प्रीतम ने कहा कि भोजपुरी साहित्य मण्डल अपने पुरखों और विद्वानों को सम्मानपूर्वक याद कर एक मिसाल पेश कर रहा है. कवि रामेश्वर प्रसाद वर्मा ने भी दिवंगत आत्माओं को याद करते हुए अपने विचार व्यक्त किए. प्रसिद्ध कवि भगवाना पांडेय (अ. प्रा., प्राचार्य, डायट) ने कहा कि साहित्य और पत्रकारिता से जुड़े इन पुण्यात्माओं को नमन करना हमारे लिए सौभाग्य है.
इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता कामेश्वर पांडेय, राजा रमण पांडेय, कवि शिव बहादुर पांडेय, कवि प्रेमातुर, कवि विहाना, कवि वशिष्ठ पांडेय, इंजीनियर रमाधर सिंह, रामेश्वर वर्मा, डॉ. शशांक शेखर, धनंजय गुड़ाकेश, प्रमोद सिंह, अभय तिवारी, कु. ज्योति, कुमारी खुशी दुबे, पंकज पांडेय, कवि उमेश दुबे, शोध छात्र कौशल शर्मा, प्रशस्त चतुर्वेदी, कवि शशिभूषण मिश्र, खुश द्वज सिंह मुन्ना, शरदेय उत्कर्ष, संजय सागर गजलगो सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे.







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