इस समझौते को एक “निर्धारित प्रक्रिया” बताते हुए कहा कि भारत को आगे बढ़ते समय अपने किसानों, मछुआरों, कंपनियों और छोटे उद्योगों के हितों का संतुलन बनाए रखना होगा.

- केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की मौजूदगी में उठाया व्यापार संतुलन और छोटे उद्योगों के हितों का मुद्दा
- विश्वास, सहयोग और दीर्घकालिक साझेदारी पर जोर देते हुए दिया स्पष्ट संदेश
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर/नई दिल्ली. इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित 22वें भारत-अमेरिका आर्थिक शिखर सम्मेलन में शुक्रवार को भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों को नई दिशा देने पर व्यापक विमर्श हुआ. इस प्रतिष्ठित मंच पर बक्सर जिले का मान एक बार फिर बढ़ा, जब डुमराँव विधायक राहुल सिंह के बड़े भाई और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज कुमार सिंह ने जिले की आवाज बुलंद की.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की उपस्थिति में मनोज सिंह ने भारत-अमेरिका के बीच प्रस्तावित व्यापार समझौते पर बेबाकी से अपने विचार रखे. उन्होंने इस समझौते को एक “निर्धारित प्रक्रिया” बताते हुए कहा कि भारत को आगे बढ़ते समय अपने किसानों, मछुआरों, कंपनियों और छोटे उद्योगों के हितों का संतुलन बनाए रखना होगा.
उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी व्यापारिक समझौते का लक्ष्य केवल आर्थिक लाभ प्राप्त करना नहीं होता, बल्कि उससे दोनों देशों के बीच विश्वास, सहयोग और दीर्घकालिक साझेदारी और मजबूत होती है. मनोज सिंह ने स्पष्ट किया कि भारत का हित सर्वोपरि है और उसी आधार पर आगे की वार्ताएं होनी चाहिए.
सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी भारत-अमेरिका व्यापारिक रिश्तों को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का संकल्प दोहराया. उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण साझेदार हैं और आने वाले समय में यह साझेदारी और मजबूत होगी.
कार्यक्रम में उद्योग जगत के दिग्गज, विशेषज्ञ और नीति निर्माता भी मौजूद रहे, जिन्होंने द्विपक्षीय व्यापार से जुड़े अवसरों और चुनौतियों पर अपने विचार साझा किए.





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