पत्नी ने बहाने से पति से मंगवाया था जहर, चार जिंदगियां खत्म, पुलिस की जांच जारी ..

मृतका के परिजनों ने पूरे घर की सफाई कर दी थी, जिससे बुधवार सुबह पहुंची एफएसएल टीम को बहुत कम साक्ष्य मिले. टीम ने मृतका और बच्चों के पहने हुए कपड़े जब्त किए और घर की पूरी तलाशी ली. पुलिस ने घर से एक मोबाइल फोन भी बरामद किया है, जिसका सीडीआर निकालने की प्रक्रिया चल रही है.





                                         





- मंगलवार को नया भोजपुर में घटी थी घटना 

- एफएसएल की टीम ने की मामले की जांच

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर :  नया भोजपुर गांव में मंगलवार की दोपहर घटी एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया. मोबाइल फोन को लेकर पति-पत्नी के बीच हुए विवाद के बाद पत्नी ने अपने तीन मासूम बच्चों के साथ जहर खाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली. इस घटना में महिला और उसके दो बच्चों की बक्सर में इलाज के दौरान जबकि 12 माह के मासूम बच्चे की पीएमसीएच में इलाज के दौरान मौत हो गई. चार जिंदगियों के एक साथ खत्म हो जाने से गांव में मातम का माहौल है, वहीं यह सवाल उठने लगा है कि आखिर इन मौतों की जिम्मेदारी किसकी है? हालांकि इस मामले में एक बड़ा खुलासा यह भी हुआ है कि जिस जहर के सेवन से पत्नी और बच्चों की मौत हुई पति ने ही उसे लाकर पत्नी को दिया था पत्नी ने बहाने से अनाज में डालने के लिए कीटनाशक मंगवाया और फिर उसी का सेवन कर बच्चों के साथ अपने जीवन लीला समाप्त कर ली. दूसरी तरफ इस बात से अनजान पति घर के ऊपरी तल पर बैठकर टीवी देखता रहा.

मोबाइल फोन के विवाद के बाद उठाया आत्मघाती कदम

परिवार के अनुसार, मंगलवार दोपहर सबीता देवी (35 वर्ष) ने अपने तीनों बच्चों विकास (10 वर्ष), ज्योति (5 वर्ष) और आकाश (3 वर्ष) के साथ चावल में डालने वाला कीटनाशक घोलकर पी लिया. यह कदम उसने पति सुनील कुमार सिंह से मोबाइल फोन को लेकर हुए विवाद के बाद उठाया. वह कथित तौर पर अपनी बहन तथा पिता को देने के लिए मोबाइल फोन खरीदने की ज़िद कर रही थी.

पुलिस को जानकारी देने में हुई देरी

परिवार वालों को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने पुलिस को सूचना देने के बजाय बच्चों को लेकर निजी अस्पताल का रुख किया. बताया जा रहा है कि मृतका को छोड़कर परिवार वाले तीनों बच्चों को निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गए, जहां चिकित्सकों ने भी पुलिस को सूचना नहीं दी. जब हालत गंभीर हुई तो उन्हें डुमरांव पीएचसी, डुमरांव अनुमंडल अस्पताल और फिर बक्सर सदर अस्पताल भेजा गया. सदर अस्पताल में इलाज के दौरान ही चिकित्सकों ने घटना की जानकारी नगर थाना पुलिस को दी. इसके बाद रात करीब पौने दस बजे नया भोजपुर थाना को सूचना दी गई. तब जाकर स्थानीय पुलिस हरकत में आई और जांच शुरू की.

घटना स्थल से साक्ष्य नष्ट, एफएसएल टीम को मिले कम सबूत

घटना के बाद मृतका के परिजनों ने पूरे घर की सफाई कर दी थी, जिससे बुधवार सुबह पहुंची एफएसएल टीम को बहुत कम साक्ष्य मिले. टीम ने मृतका और बच्चों के पहने हुए कपड़े जब्त किए और घर की पूरी तलाशी ली. पुलिस ने घर से एक मोबाइल फोन भी बरामद किया है, जिसका सीडीआर निकालने की प्रक्रिया चल रही है.

मानसिक रूप से परेशान थी सविता : परिजन

मृतका के ससुराल और मायके दोनों पक्ष उसे मानसिक रूप से अस्वस्थ बता रहे हैं, हालांकि किसी ने कभी उसका इलाज नहीं कराया था. पूछताछ में भैंसुर प्रेम सिंह ने स्वीकार किया कि सविता की मानसिक बीमारी का कोई इलाज नहीं हुआ था. वहीं, गांव में इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं. हालांकि पुलिस जांच मे जुटी है.

सुनील की तीसरी पत्नी थी सविता, पहले भी हो चुकी हैं दो पत्नियों की मौत

भैंसुर प्रेम सिंह ने बताया कि सुनील कुमार सिंह की यह तीसरी शादी थी. पहली पत्नी की उत्तर प्रदेश के नरही थाना क्षेत्र के कोटवा नारायणपुर की थी, जिससे उसकी दो बेटियां निशा और चिंता हैं. दूसरी पत्नी की ब्रह्मपुर की थी. दोनों की मौत गर्भावस्था में हुई थी. इसके बाद सुनील ने सात वर्ष पूर्व बिहिया थाना क्षेत्र के टिकुला गांव की सविता से तीसरी शादी की थी. सबीता से उसे तीन संतानें हुईं.

घटना के वक्त घर में सिर्फ पति और महिलाएं थीं

प्रेम सिंह ने बताया कि वह घटना के समय खेत में धान की कटाई कर रहे थे. जैसे ही सूचना मिली, वह घर पहुंचे तो देखा कि सभी उल्टियां कर रहे हैं. इसके बाद सभी को अस्पताल ले जाया गया. उन्होंने बताया कि सुनील चार भाइयों में तीसरे नंबर का है. वह पेशे से राजमिस्त्री है, जबकि बड़ा भाई खेती करता है और छोटा भाई मजदूरी. सभी भाई अलग-अलग रहते हैं.

पति ने पुलिस को बताया; मोबाइल विवाद के बाद घटी घटना

सुनील कुमार सिंह ने अपने बयान में बताया कि वह घर के दूसरे तल पर टीवी देख रहा था, तभी बेटी ज्योति ने आकर बताया कि मां ने कुछ खा लिया है और उल्टी कर रही है. सुनील ने कहा कि पत्नी के कहने पर ही उसने चावल में डालने के लिए कीटनाशक दवा खरीदी थी, जिसे सविता ने गुस्से में पी लिया.

मृतका के पिता बोले; पहले कभी नहीं हुआ झगड़ा

मृतका के पिता ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी ससुराल वालों से मिली. जब वे अस्पताल पहुंचे तो बेटी मृत अवस्था में थी. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ने कभी किसी प्रकार की मारपीट या विवाद की बात नहीं बताई थी.

कई बिंदुओं पर जांच कर रही पुलिस

पुलिस कर रही है गहन जांच नया भोजपुर थानाध्यक्ष चंदन कुमार ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है. खबर लिखे जाने तक किसी भी पक्ष ने प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन नहीं दिया है. पुलिस ने कई बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है, ताकि घटना की सच्चाई परत दर परत उजागर हो सके.








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