केंद्र सरकार है भूख से हो रही मौतों की जिम्मेदार: टी.एन.चौबे

उन्होंने कहा कि, यह आपदा अधिकारियों के लिए एक गाढी कमाई का जरिया बन गया है. यहाँ तक की कई राज्यों में राजस्व का हवाला देते हुए शराब की दुकाने खोली गई. ऐसे में देश की जनता सरकार की मंशा को समझ चुकी है तथा आगे आने वाले समय में गरीब विरोधी सरकार को उखाड़ कर फेंकने का काम करेगी.

- वरिष्ठ नेता ने कहा, सरकार की अदूरदर्शिता पड़ी देश की जनता पर भारी.
- कहा, गरीब विरोधी सरकार को जनता ने पहचाना, समय पर देगी जवाब


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: " सरकार के द्वारा अचानक से लिया गया लॉक डाउन का फैसला बिल्कुल भी सही नहीं था. लॉक डाउन के कारण कोरोना के प्रसार में कोई कमी तो नहीं आई है उल्टे भूख से त्रस्त होकर कई लोगों की मौत जरूर हो गई है. जो कि आगे भी होगी और इसकी एकमात्र जिम्मेदार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही केंद्र की सरकार होगी. यह कहना है, बिहार प्रदेश कांग्रेस के वरीय नेता टीएन चौबे का.

उन्होंने कहा कि लॉक डाउन किए जाने से पूर्व विशेष ट्रेनें चलाकर श्रमिकों को उनके घरों पर भेज देने की आवश्यकता थी ताकि, वह हजारों किलोमीटर का लंबा सफर पैदल तय करने की कोशिश भी ना करते. सरकार के पास जब श्रमिकों के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी तो फिर तमाम तरह के झूठे दावे करने की कोई आवश्यकता भी नहीं थी.

उन्होंने कहा कि, कोरोना महामारी को लेकर देश में लॉकडाउन लागू कर दिया गया एवं सख्ती से इसका अनुपालन करने का केन्द्र सरकार द्वारा फरमान जारी किया गया. अब लॉकडाउन का चौथा चरण चल रहा है. सरकार द्वारा बसों एवं ट्रेनों में प्रवासियों को भूसा के बोरे की तरह ढ़ोया जा रहा है. ऐसे में अब कहाँ गया सोशल और फ़िजिकल डिस्टेंस? पंचायत से लेकर जिला तक देश मे क्वरंटाइन सेंटर बना दिया गया है. जहाँ सोशल डिस्टेंस का कोई पालन नहीं हो रहा है.

उन्होंने कहा कि, यह आपदा अधिकारियों के लिए एक गाढी कमाई का जरिया बन गया है. यहाँ तक की कई राज्यों में राजस्व का हवाला देते हुए शराब की दुकाने खोली गई. ऐसे में देश की जनता सरकार की मंशा को समझ चुकी है तथा आगे आने वाले समय में गरीब विरोधी सरकार को उखाड़ कर फेंकने का काम करेगी.













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