नगर में स्वच्छता के दावे फेल, हर ओर पसरी है गंदगी ..

बताते हैं कि, उनके यहां सालों भर नालियां जाम रहती है. शिकायत करने पर वार्ड पार्षद मुख्य नाले की सफाई नहीं होने की बात बताते हैं. ऐसे में गर्मी के मौसम में तो किसी तरह गुजारा हो जाता है लेकिन बारिश में स्थिति नारकीय हो जाती है. कई कई दिनों तक मोहल्ले में जलजमाव से लोग जूझते रहते हैं. ऐसा कई वर्षों से हो रहा है लेकिन, इस संदर्भ में कोई ठोस पहल अब तक नहीं हुई है.

- कोरोना संक्रमण काल में भी नगर की स्वच्छता भगवान भरोसे
- नगर परिषद ने पीएमओ के आदेश को भी दिखाया ठेंगा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर परिषद के तमाम दावों के बावजूद नगर में हर और गंदगी पसरी हुई है. एक तरफ जहां कचरे का उठाव नियमित रूप से नहीं हो पा रहा वहीं, दूसरी तरफ नालियों के जाम रहने के कारण जल निकासी की व्यवस्था भी गड़बड़ है. ऐसे में काफी दिनों से हुए जलजमाव में कई रोगों के वाहक मच्छर पनपते हैं वहीं, दूसरी तरफ दुर्गंध से लोगों का जीना मुश्किल हो जाता है. इसके अतिरिक्त नगर में आवारा पशु भी सर्वत्र घूमते नजर आ जाते हैं, जिनका कोई इंतजाम नहीं किया जाता. पब्लिक टॉयलेट आदि की समस्या तो पूर्व से ही बनी हुई है वहीं, डंपिंग जोन के संदर्भ में भी सरकार के द्वारा दिए गए निर्देशों का अनुपालन नहीं हो पा रहा. कुल मिलाकर कहा जाए तो नगर परिषद नगर को साफ-सुथरा रखने के साथ-साथ बेहतर नागरिक सुविधाएं प्रदान कर पाने में भी विफल साबित हो रही है.

नगर के सोहनी पट्टी, खलासी मुहल्ला, आदर्श नगर, गजाधर गंज, नया बाज़ार, सिविल लाइंस, वीर कुंवर सिंह कॉलोनी समेत नगर के कई ऐसे वार्ड हैं जहां रहने वाले लोग गंदगी की समस्या से परेशान हैं. एक तरफ जहाँ कचरे की डंपिंग से निकलने वाली तीव्र दुर्गंध उन्हें परेशान करती है वहीं, दूसरी तरफ बजबजाती नालियों में पनपने वाले मच्छर लोगों को बीमार डालने के लिए काफी हैं.

सिविल लाइन के रहने वाले शशांक कुमार बताते हैं कि, वार्ड पार्षद केवल वोट लेने के लिए लोगों के पास पहुंचते हैं. जीत जाने के बाद वह वार्ड की जनसमस्याओं की तरफ देखते तक नहीं. कचरे की डंपिंग से लेकर नालियों की सफाई तथा नियमित रूप से फागिंग आदि कई ऐसी जन समस्याएं हैं जिन्हें दूर करने में पार्षद कोई विशेष रूचि नहीं दिखाते. गजाधर गंज मोहल्ले के रहने वाले आयुष्मान शर्मा बताते हैं कि, उनके यहां सालों भर नालियां जाम रहती है. शिकायत करने पर वार्ड पार्षद मुख्य नाले की सफाई नहीं होने की बात बताते हैं. ऐसे में गर्मी के मौसम में तो किसी तरह गुजारा हो जाता है लेकिन बारिश में स्थिति नारकीय हो जाती है. कई कई दिनों तक मोहल्ले में जलजमाव से लोग जूझते रहते हैं. ऐसा कई वर्षों से हो रहा है लेकिन, इस संदर्भ में कोई ठोस पहल अब तक नहीं हुई है.

सामाजिक कार्यकर्ता राजीव कुमार बताते हैं कि, नगर के स्टेशन रोड में वार्ड संख्या 10 में अवस्थित कमलदह पोखर पार्क के पास मछली तथा मांस विक्रेता जहां पहले गंदगी फैलाया करते थे वहीं, लॉक डाउन हो जाने के कारण उससे तो निजात मिली है लेकिन गंदगी का अंबार वहां अब भी देखने को मिलता है. दूसरी तरफ नालियों की नियमित सफाई नहीं होने के कारण उनसे से निकलने वाली दुर्गंध भी लोगों को परेशान करती हैं. स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी इस पर कोई ध्यान नहीं रहता. सोहनी पट्टी के निवासी गणेश शर्मा बताते हैं कि, नालियों की सफाई तथा फॉगिंग को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री तक को पत्र लिखा लेकिन नप ने पीएमओ के निर्देशों को भी ठेंगा दिखा दिया. अब तक नप ने केवल झूठे वादे ही किए हैं. नतीजा यह है कि, पूर्व की समस्याएं दूर नहीं होती बल्कि, और विकराल हो जाती हैं.


कहते हैं अधिकारी:

साफ-सफाई तो नियमित रूप से कराई जाती रहती है लेकिन, खलासी मोहल्ला आदि जगहों पर जल निकासी नहीं होने के कारण गंदगी पसरी हुई है नालों का निर्माण प्रस्तावित है जिसके बाद समस्याएं दूर होंगी.

सुजीत कुमार,
कार्यपालक पदाधिकारी













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