बड़ी खबर: फरीदाबाद से चलकर बक्सर पहुंचे श्रमिक की इलाज के दौरान मौत ..

उनकी मौत हो जाने के बाद चिकित्सकों द्वारा उनके स्वाब का नमूना लेकर जांच के लिए पटना भेजा गया है. घटना की पुष्टि करते हुए सिविल सर्जन ने बताया कि श्रमिक गाजियाबाद से आए हुए थे. इसलिए एहतियात के तौर पर उनकी कोरोना टेस्ट कराई जा रही है. टेस्ट हो जाने के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा.

- इटाढी़ प्रखंड क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले हैं मृतक
- क्वॉरेंटाइन सेंटर से अस्पताल में कराया गया था भर्ती, इलाज के दौरान नहीं बची जान

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: फरीदाबाद से चलकर बक्सर पहुंचे एक श्रमिक की इलाज के दौरान सदर अस्पताल में मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि, वह पिछले 16 तारीख को इटाढ़ी प्रखंड के क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंचे थे जहाँ उनको क्वॉरेंटाइन किया गया था. रास्ते में कभी ट्रक तो कभी पैदल ही चल कर उन्होंने अपनी यात्रा पूरी की. इसी बीच क्वॉरेंटाइन सेंटर में उनकी तबीयत खराब होने लगी और उन्हें 25 मई को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. मृतक के परिजन बताते हैं कि, उन्हें सिर में दर्द, खांसी तथा सर्दी-जुकाम जैसी समस्या थी. जिसके उपरांत उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी मौत हो जाने के बाद चिकित्सकों द्वारा उनके स्वाब का नमूना लेकर जांच के लिए पटना भेजा गया है. घटना की पुष्टि करते हुए सिविल सर्जन ने बताया कि श्रमिक गाजियाबाद से आए हुए थे. इसलिए एहतियात के तौर पर उनकी कोरोना टेस्ट कराई जा रही है. टेस्ट हो जाने के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा.

बताया जा रहा है कि, मृतक इटाढ़ी प्रखंड के एक गांव के निवासी हैं. मृतक के पुत्र ने बताया कि उनके पिता फरीदाबाद में रह कर पेंट निर्माण कंपनी में काम करते थे. वहाँ भी उनकी तबीयत खराब होने के कारण वह काम पर नहीं जा रहे थे. इसी बीच लॉक डाउन हो जाने के बाद वह पैदल ही फरीदाबाद से बक्सर के लिए निकल पड़े. इसी दौरान रास्ते में कहीं किसी गाड़ी का सहारा लेकर अथवा कभी लंबी दूरी पैदल ही तय करते हुए आखिरकार वह इटाढी़ प्रखंड के क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंच गए. पहुंचने के तकरीबन 9 दिन बाद उन्होंने तबीयत खराब होने की शिकायत की जिसके बाद उन्हें 25 मई को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के क्रम में बीती रात उनकी मौत हो गई. 

बताया जा रहा है कि, मौत के पश्चात परिजन शव ले जाने की जिद कर रहे हैं लेकिन, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि, कोरोना जांच कराए जाने के बाद ही शव को परिजनों के हवाले किया जाएगा. मृतक की मां बार-बार अपने बेटे के शव से लिपट कर विलाप कर रही थी. इस संदर्भ में पूछे जाने पर सिविल सर्जन डॉक्टर जितेंद्र नाथ ने बताया कि, मृतक के स्वाब का नमूना कोरोना वायरस जांच के लिए पटना भेजा गया है. जांच रिपोर्ट आने के पश्चात ही शव परिजनों के हवाले किया जा सकेगा.













Post a Comment

0 Comments