दानापुर रेल खंड पर भीषण दुर्घटना का शिकार होने से बची पुणे-पटना एक्सप्रेस ..

इस बीच चालक दल के सदस्यों ने नीचे उतर कर ट्रेन में फंसे फ्रीज के टुकड़ों की तलाश करते हुए उन्हें बाहर निकाला. इस बीच करीब पांच मिनट तक घटनास्थल पर ट्रेन रुकने के बाद वहां से अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गई. 

- टुड़ीगंज रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे ट्रैक पर रखें रेफ्रिजरेटर से टकरा गई ट्रेन
- पुलिस कर रही घटना के खुलासे की कोशिश, की जा रही जांच

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: दानापुर पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलखंड बुधवार की देर रात एक भीषण दुर्घटना का गवाह बनने से बच गया जब रात में करीब 2:00 बजे पुणे से चलकर पटना तक जानेवाली पुणे-पटना एक्सप्रेस बुधवार की रात भीषण हादसे का शिकार होने से बची. बताया जा रहा है कि साजिश के तहत किसी ने डाउन लाइन पर एक बड़ा फ्रीज रख दिया था. जिससे ठीक ट्रेन की टक्कर होने के बाद किसी बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता था. गनीमत है कि समय रहते ड्राइवर की पटरी पर रखे फ्रीज पर नजर पड़ गई, और इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल करते ट्रेन को रोकने में चालक सफल रहा. बावजूद इसके रुकते-रुकते भी ट्रेन फ्रीज से जा टकराई.

घटना की जानकारी देते आरपीएफ पोस्ट प्रभारी महेंद्र चौधरी ने बताया कि यह घटना बुधवार देर रात करीब 2 बजे डुमरांव और टुड़ीगंज स्टेशन के बीच हुई है. तब पूरी रफ्तार से जा रही पुणे-पटना एक्सप्रेस के चालक को अचानक सामने पटरी पर कुछ अप्रत्याशित समान नजर आया. तब तक ट्रेन काफी करीब पहुंच चुकी थी. लिहाजा बड़े हादसे की आशंका को देखते हुए चालक द्वारा इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल करते हुए ट्रेन को रोकने का प्रयास किया गया. बावजूद इसके रुकते-रुकते भी ट्रेन पटरी पर रखे फ्रीज से जा टकराई, जिससे जोरदार आवाज होने के साथ ही ट्रेन रुक गई. इसके साथ ही किसी अनहोनी की आशंका भांप रेल यात्री सहम गए. चालक द्वारा तुरंत घटना की जानकारी रेल कंट्रोल दानापुर के साथ ही रेल कंट्रोल बक्सर को दी. सूचना मिलते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया. घटना के वास्तविक स्थिति की जानकारी लेने में तत्काल वरीय अधिकारी जुट गए. इस बीच चालक दल के सदस्यों ने नीचे उतर कर ट्रेन में फंसे फ्रीज के टुकड़ों की तलाश करते हुए उन्हें बाहर निकाला. इस बीच करीब पांच मिनट तक घटनास्थल पर ट्रेन रुकने के बाद वहां से अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गई. 

इधर घटना की जानकारी मिलते ही बक्सर से आरपीएफ और जीआरपी की टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई. घटनास्थल पर की गई जांच में रेल पुलिस द्वारा फ्रीज के टूटे हुए टुकड़े बरामद किए गए. अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी ने साजिश के तहत बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए फ्रीज को पटरी पर रख दिया था. यदि चालक से कुछ पल की चूक हुई होती तो न जाने कितने रेल यात्रियों की जान चली गई होती. सबसे अहम सवाल है कि आखिर उतना बड़ा फ्रीज रेल ट्रैक पर कब और कैसे पहुंचा तथा किसने पहुंचाया. यहां यह जानना भी बेहद जरूरी है कि ट्रैक पर फ्रीज रखने के पीछे मकसद क्या था? बताते चलें कि करीब 15 साल पहले इसी टूड़ीगंज स्टेशन के समीप हावड़ा से चलकर दिल्ली जानेवाली पूर्वा एक्सप्रेस भी एक बड़ी साजिश के तहत दुर्घटना का शिकार हुई थी. इन सारी आशंकाओं को देखते हुए रेल पुलिस काफी गंभीरता से घटना की जांच में लगी है. आरपीएफ पोस्ट प्रभारी ने कहा कि इसके पीछे जिस किसी का भी हाथ होगा उसे जल्द ही गिरफ्त में ले लिया जाएगा. पुलिस मामले की जांच करने के लिए घटनास्थल पर मिले विभिन्न सुरागों की पड़ताल कर रही है. साथ ही आसपास के गांवों में भी पूछताछ की जा रही है.











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