बिजली आपूर्ति को लगा संक्रमण, उपभोक्ता परेशान ..

बताते हैं कि, महज इसे संयोग कहें या कुछ और अक्सर रात्रि के समय ही बिजली गायब रहती है. जिसे दुरुस्त करने में घंटों का समय बिजली कर्मियों द्वारा लगाया जाता है. उन्होंने बताया कि, पिछले एक-दो वर्षों में बिजली की व्यवस्था और भी लचर हुई है.


- रात के समय ज्यादातर मिल रही बिजली आपूर्ति बाधित होने की शिकायतें.
- उपभोक्ताओं ने लगाया कर्मियों पर दुर्व्यवहार का आरोप

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: कोरोना काल के बाद अब गर्मी के मौसम में लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. ऐसे में यदि बिजली की निर्बाध आपूर्ति नहीं हो तो हालात और भी मुश्किल हो जाते हैं. बक्सर में साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के द्वारा 24 घंटे विद्युत आपूर्ति को निर्बाध रूप से प्रदान किए जाने का दावा किया जाता है. वैसे यह दावा कितना सही है उपभोक्ता स्पष्ट कर देते हैं. 

उपभोक्ताओं का कहना है कि, कंपनी द्वारा मामूली खराबी हो जाने के बाद घंटों तक उसे दुरुस्त नहीं किया जाता. नतीजा लोग उमस भरी गर्मी को झेलते हुए समय बिताने को मजबूर रहते हैं. आश्चर्य की बात तो यह है कि, बिजली की व्यवस्था के संदर्भ में कोई शिकायत व सुझाव देने के लिए भी यदि कोई उपभोक्ता बिजली अधिकारियों को फोन करता है तो उनसे संपर्क करना भी मुश्किल हो जाता है. बिजली कर्मी या तो फोन तक नहीं उठाते जिससे कि, घंटों तक संशय बना रहता है कि, आपूर्ति बहाल होगी अथवा नहीं? खास बात यह है कि, अक्सर रात्रि के समय में ही बिजली संचरण पर ब्रेक लगता है.

महीनों से खराब ट्रांसफार्मर से जैसे-तैसे की जा रही बिजली की आपूर्ति:

औद्योगिक फीडर के अंतर्गत एंबेस्डर होटल के समीप लगे ट्रांसफार्मर में दो माह से तकनीकी खराबी होने के बावजूद उसे दुरुस्त करने के लिए विभागीय पहल नहीं की जा रही. नतीजा बार-बार बिजली आपूर्ति बाधित होने से उपभोक्ताओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस संदर्भ में बुधवार को ट्रांसफार्मर की मरम्मत करने पहुंचे बिजली मिस्त्री मो. गुलाब ने बताया कि, ट्रांसफार्मर में आई तकनीकी खराबी के संदर्भ में कई बार बिजली अधिकारियों से कहा गया लेकिन उनके तरफ से कोई पहल इस खराबी को दुरुस्त करने अथवा ट्रांसफार्मर बदलने के लिए नहीं की गई.

रात के समय ही खराब होती है बिजली, शिकायत करने पर कर्मी करते हैं दुर्व्यवहार:

औद्योगिक फीडर के उपभोक्ता तथा छोटकी सारीमपुर मुहल्ले के निवासी कौशलेंद्र ओझा बताते हैं कि, अक्सर रात्रि के समय में ही घंटों तक बिजली गायब हो जाती है. आश्चर्य की बात तो यह है कि, शिकायत करने के लिए दिए गए कंपनी नंबर अथवा पावर सब स्टेशन के कर्मियों को फोन करने पर उनके द्वारा फोन रिसीव भी नहीं किया जाता. बार-बार फोन करने पर सहायक अभियंता व कर्मी दुर्व्यवहार पर भी उतारू हो जाते हैं.

उन्होंने बताया कि, मंगलवार की रात 9:00 बजे से लेकर तकरीबन 12:30 बजे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही. पूछने पर कार्यपालक अभियंता सन्नी कुमार के द्वारा से बताया गया कि, बिजली के पेड़ उखड़ कर बिजली के तारों पर गिर जाने के कारण आपूर्ति बाधित है. श्री ओझा बताते हैं कि, महज इसे संयोग कहें या कुछ और अक्सर रात्रि के समय ही बिजली गायब रहती है. जिसे दुरुस्त करने में घंटों का समय बिजली कर्मियों द्वारा लगाया जाता है. उन्होंने बताया कि, पिछले एक-दो वर्षों में बिजली की व्यवस्था और भी लचर हुई है.

इस संदर्भ में बिजली कंपनी का पक्ष जानने के लिए कार्यपालक अभियंता सन्नी कुमार से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि, आंधी वगैरह के कारण बिजली के तारों के ऊपर पेड़ आदि गिर जाने से आपूर्ति बाधित होती है वहीं, ट्रैफिक जाम आदि की समस्या को देखते हुए रात्रि में ही कई बार काम कराए जाने से आपूर्ति बाधित होती है.











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