कोरोना जांच के लिए स्वास्थ्य समिति ने निकाली एक माह की नौकरी, कांग्रेस ने बताया भद्दा मजाक ..

चयन साक्षात्कार के माध्यम से होगा. हालांकि, खास बात यह है कि यह नियोजन 30 जुलाई को साक्षात्कार के माध्यम से किया जाएगा तथा 31 अगस्त 2020 के बाद सेवा समाप्त हो जाएगी. 

- एक माह के अल्पकालीन नियोजित के द्वारा कोरोना जांच कराने की कहीं जा रही बात
- कांग्रेस नेता डॉ. सत्येंद्र ओझा ने सरकार की निम्न मानसिकता हो रही प्रदर्शित

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: ट्रू नेट  मशीन से कोरोना जांच हेतु जिला स्वास्थ समिति के द्वारा लैब टेक्नीशियन का अल्पकालीन नियोजन किया जा रहा है जिनसे 1 अगस्त से 31 अगस्त तक ही कार्य लिया जाएगा. 12 हज़ार रुपये प्रति माह के मानदेय पर होने वाली इस नियुक्ति के लिए सूचना सह जनसंपर्क पदाधिकारी  कन्हैया कुमार के द्वारा वॉक इन इंटरव्यू सूचना प्रकाशित की गई है. जिसमें बताया गया है कि जिस व्यक्ति ने इंटरमीडिएट पास तथा मेडिकल लैबोरेट्री टेक्नोलॉजी का कोर्स किसी सरकारी संस्थान से किया हो वह आवेदन कर सकते हैं. उनका चयन साक्षात्कार के माध्यम से होगा. हालांकि, खास बात यह है कि यह नियोजन 30 जुलाई को साक्षात्कार के माध्यम से किया जाएगा तथा 31 अगस्त 2020 के बाद सेवा समाप्त हो जाएगी. 

उधर, इस तरह अल्पकालीन निविदा पर कोरोना वायरस संक्रमण की जाँच का कार्य कराए जाने की सूचना फेसबुक पर जिला प्रशासन के पेज से प्रसारित की गई थी. जिसे देखने के बाद कांग्रेस नेता डॉ सत्येंद्र ओझा ने प्रशासन तथा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि, यह बेरोजगारों के साथ भद्दा मजाक है. किसी बेरोजगार को 1 महीने की नौकरी देकर उससे कोरोना वायरस की जांच जैसा कार्य कराना सरकार की निम्न मानसिकता को प्रदर्शित करता है. उन्होंने कहा कि जिला स्वास्थ समिति के द्वारा इस तरह का मजाक जिले के बेरोजगारों से किया जाना अनुचित है तथा सरकार को अगर इस तरह के कार्य के लिए किसी युवा अथवा बेरोजगार को नौकरी देनी ही है ल तो वह स्थाई नौकरी होनी चाहिए.











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