बड़ी ख़बर: असामाजिक तत्वों ने शिक्षा के मंदिर को ढहाया ..

बताया कि कुछ लोग नहीं चाहते कि शैक्षणिक माहौल यहां कायम रह सके. जबकि इस संस्कृत उच्च विद्यालय से पढ़े हुए कई छात्र छात्रा विभिन्न संस्थानों में  बड़े-बड़े पदों पर पदासीन है. उन्होंने बताया कि गांव के ही अज्ञात असामाजिक तत्वों के द्वारा यह कृत्य किया गया है.
 
- इटाढ़ी थाना क्षेत्र के डिहरिया गांव के संस्कृत उच्च विद्यालय का मामला
- पूर्व में भी हो चुकी है चोरी की वारदात, पुलिस ने नहीं किया मामले का उद्भेदन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: इटाढ़ी थाना क्षेत्र के डिहरिया गांव में मोसमात रत्ना देवी संस्कृत उच्च विद्यालय के दो कमरों को असामाजिक तत्वों ने ध्वस्त कर दिया. बताया जा रहा है कि मंगलवार की देर रात अज्ञात लोगों ने कोई मशीन लगाकर इस भवन को धराशाई कर दिया है. जानकारी देते हुए प्रधानाचार्य मुखदेव राय ने बताया कि कुछ लोग नहीं चाहते कि शैक्षणिक माहौल यहां कायम रह सके. जबकि इस संस्कृत उच्च विद्यालय से पढ़े हुए कई छात्र छात्रा विभिन्न संस्थानों में  बड़े-बड़े पदों पर पदासीन है. उन्होंने बताया कि गांव के ही अज्ञात असामाजिक तत्वों के द्वारा यह कृत्य किया गया है.

ग्रामीण सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 1978 में स्थापित विश्वविद्यालय में वर्ष 1987 से पढ़ाई शुरू हुई थी वर्ष 2008 में तत्कालीन सदर विधायक हृदय नारायण सिंह पूर्व विधान पार्षद नवल किशोर प्रसाद सिंह तथा तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी भानु प्रताप सिंह के  मौजूदगी में तकरीबन 12 लाख रुपयों की लागत से बने इस भवन  का उद्घाटन किया गया था.

पहले भी ही चुकी है चोरी की वारदात:

विद्यालय में पहले भी चोरी आदि की घटनाएं घटित हो चुकी है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक मुखदेव राय ने बताया कि 3 वर्ष पूर्व विद्यालय से किवाड़ तथा बेंच-डेस्क आदि की चोरी हो गई थी. इस संदर्भ में स्थानीय थाने में आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी लेकिन, फिर भी कोई बरामदगी आदि नहीं हो सकी ना ही मामले का उद्भेदन हुआ. प्रधानाध्यापक  ने बताया कि संभवत: विद्यालय की प्रतिष्ठा को देखते हुए उसको धूमिल करने के लिए इस तरह का  कुत्सित प्रयास किया जा रहा है मामले को लेकर अभी तक प्राथमिकी नहीं दर्ज कराई गई है.













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